केंद्र का बड़ा फैसला, 4G के लिए चीनी उपकरणों के इस्तेमाल पर लगेगी लगाम

भारत और चीन के बीच जारी तनाव और LAC पर हिंसक झड़प के बाद अब भारत चीनी सामान के बहिष्कार की मुहिम तेज हो गई। जहां पहले चीनी ऐप का बॉयकॉट किया गया तो वहीं अब भारत सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। बता दें देश की आंतरिक सुरक्षा को देखते हुए केंद्र की मोदी सरकार ने आज संचार विभाग और सरकारी टेलीकॉम कंपनियों बीएसएनएल और एमटीएनएल को निर्देश दिए है कि वो 4जी के क्रियान्वयन के लिए चीनी उपकरणों के इस्तेमाल पर रोक लगाएं। ये फैसला भारत से जुड़ी अहम जानकारी को सुरक्षित करने के मकसद से लिया है। इसके लिए पुराने सभी टेंडर्स को खत्म करने और नए टेंडर निकालने की प्रक्रिया जल्द शुरू करने के निर्देश जारी किए गए हैं।

बता दें फिलहाल ये आदेश केवल सरकारी टेलीकॉम कंपनियों बीएसएनएल और एमटीएनएल को ही दिए गए है। लेकिन निजी कंपनियों को भी ये निर्देश देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। भारत सराकर के इस कदम से देश में चीनी उत्पादों के बहिष्कार में अहम कदम माना जा रहा है। केंद्र सरकार के इस फैसले का सीधा अर्थ है कि देश में चीनी सामानों के उपयोग को कम किया जा सके।

आपको बता दें बीते 15-16 जून की रात को लद्दाख क्षेत्र के गलवान घाटी में भारतीय सेना और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इस झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। हालांकि भारतीय सेना ने भी चीन को करारा जबाव दिया था। चीन के 43 सैनिक हताहत हुए थे। इस घटना के बाद से ही LAC पर तनाब बढ़ गया है। और देश के अंदर चीनी सामानों का बहिष्कार तेज हो गया है।

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