नए कृषि कानूनों को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन पर नरेंद्र सिंह तोमर का फिर एक अहम बयान सामने आया है। केंद्रीय कृषि मंत्री Narendra Singh Tomar ने किसान यूनियन के सामने एक शर्त रखते हुए कहा कि भारत सरकार किसानों से बात करने को तैयार है। कृषि कानूनों को निरस्त करने के अलावा, यदि कोई किसान यूनियन किसी भी समय कानूनों के प्रावधानों के बारे में बात करना चाहता है, तो मैं उसका स्वागत करूंगा।
बता दें कि किसान संगठन, तीनों कृषि कानूनों को रद करने की मांग पर अड़े हुए हैं जबकि सरकार का कहना है कि वह जरूरत के अनुसार इसमें सुधार कने के लिए तैयार है। केंद्र सरकार ने कई बार संकेत दिए हैं कि किसान संगठनों को सिर्फ इन कानूनों को रद करने से इतर कानूनी बिंदुओं पर बात करनी चाहिए, तभी बात आगे बढ़ सकती है।
मालूम हो कि देश में तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ Farmers का विरोध प्रदर्शन जारी है। इस बीच, एक बार फिर से किसान आंदोलन को तेज करने की कवायद की जा रही है। इसको लेकर किसान 26 जून को देशभर के राजभवन पर विरोध प्रदर्शन करने जा रहे हैं। किसानों की तरफ से ऐलान किया गया है कि 26 जून को देश के सभी राज्यपालों के घर (राजभवन) के बाहर धरना प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा। संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े सभी Farmers 26 जून को देश भर में राजभवनों के बाहर प्रदर्शन करेंगे और इस दिन को ‘खेती बचाओ, लोकतंत्र बचाओ दिवस’ के रूप में मनाएंगे।