देश में अभी कम्यूनिटी ट्रांसमिशन नहीं, संक्रमण की रफ्तार धीमी-स्वास्थ्य मंत्रालय

देश में Coronavirus के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में 678 नए केस सामने आने से कुल मामले बढ़कर 6,412 हो चुके हैं। हालांकि, राहत की बात यह है कि देश में अभी Community Transmission की स्थिति नहीं है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि देश में अभी कम्यूनिटी ट्रांसमिशन की स्थिति नहीं है लेकिन सतर्कता जरूरी है। देश में टेस्टिंग की रफ्तार भी तेजी से बढ़ी है और अब कुल 213 लैब काम कर रहे हैं।

No need to Panic, just stay at home, stay alert and be safe

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पर्याप्त संख्या में टेस्ट किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय में जॉइंट सेक्रटरी लव अग्रवाल ने बताया कि जनवरी में हमने 1 लैब से काम शुरू किया, उसे बढ़ाकर 15 पहुंचाया और आज 146 सरकारी लैब हैं, 67 प्राइवेट लैब हैं जिनके 16 हजार से ज्यादा कलेक्शन सेंटर हैं। उन्होंने बताया कि जनवरी में हम रोजाना 100 टेस्ट कर रहे थे। एक हफ्ते पहले तक 5-6 हजार टेस्ट कर रहे थे लेकिन कल (गुरुवार) हमने 16,002 टेस्ट किए। इनमें से करीब 2 प्रतिशत केस ही पॉजिटिव आए हैं यानी संक्रमण की दर बहुत ज्यादा नहीं है।

मलेरिया के इलाज में काम आने वाली दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन को कोरोना के इलाज में भी कारगर माना जा रहा है। भारत बड़े पैमाने पर इस दवा का निर्माण करता है, लिहाजा तमाम देशों की तरफ से भारत से इस दवा की मांग का सिलसिला जारी है। भारत ने हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के निर्यात पर प्रतिबंध लगाया था लेकिन बाद में यह प्रतिबंध हटा लिया। अब ऐसी आशंकाएं उठ रही हैं कि क्या निर्यात के बाद भारत के पास अपनी जरूरत भर की यह पर्याप्त दवा होगी। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक भारत के पास पर्याप्त हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन है।

लब अग्रवाल ने बताया कि भारत को करीब 1 करोड़ टैबलेट की जरूरत होगी एक हफ्ते के लिए। जबकि हमारे पास 3.2 करोड़ टैबलेट मौजूद है घरेलू इस्तेमाल के लिए यानी फिलहाल की जरूरत का करीब तिगुना। अगर महीने के आखिर तक की जरूरत की बात करें तो भारत को 1.6 करोड़ टैबलेट की जरूरत पड़ेगी। इसके अलावा 2 से 3 करोड़ की अतिरिक्त सप्लाई की व्यवस्था कर रखी है।

अग्रवाल ने बताया कि लॉजिस्टिक्स की दिक्कतों की वजह से शुरुआत में N-95 मास्क की कुछ दिक्कत हुई लेकिन राज्यों को पर्याप्त संख्या में मास्क भेजे गए हैं। उन्होंने बताया कि 9 लाख मास्क राज्यों के पास उपलब्ध थे, 2 महीने में राज्यों को अतिरिक्त 20 लाख मास्क उपलब्ध कराए गए हैं। मास्क की कमी नहीं होगी। इसी तरह राज्यों को पर्याप्त PPE भेजने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। अब देश में ही PPE के 39 मैन्यूफैक्चरर उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि 49 हजार वेंटिलेटर के ऑर्डर दिए जा चुके हैं जो आने वाले दिनों में आ जाएंगे।

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