इन दिनों पूरी दुनिया Corona महामारी से मुकाबला कर रही है। चीन के वुहान से निकला यह वायरस लगभग पूरी दुनिया में पहुंच चुका है। इटली, स्पेन के साथ ही अमेरिका का यह वायरस कहर बनकर टूट पड़ा है। दुनिया भर में अब तक करीब 64 हजार लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 12 लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं। अमेरिका में इन दिनों हर रोज सैकड़ों लोग मारे जा रहे हैं, जबकि दुनिया का सबसे ताकतवर देश इस वायरस के आगे बेबस है। ऐसे हालात में अमेरिका के लिए Hydroxy Chloroquine टैबलेट एक उम्मीद बन गई है। दवा का पता चलते ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड Trump ने PM मोदी को फोन जल्द से जल्द इस दवा की खेप भेजने को कहा है। तो आइए जानते हैं कि Hydroxy Chloroquine टैबलेट भारत में किस काम आती है…इसके क्या साइड इफेक्ट है…और यह कैसे बनती है।
भारत में हर साल सैकड़ों लोग मलेरिया की चपेट में आते हैं। जिनके इलाज के लिए क्लोरोक्वीन का प्रयोग किया जाता है। इसलिए भारतीय दवा कंपनियां बड़े पैमाने पर क्लोरोक्वीन का निर्माण करती हैं। लेकिन कुछ मामलों में देखा गया है कि एंटी मलेरिया डग के रूप में क्लोरोक्वीन काम नहीं करती। ऐसे मरीजों या क्षेत्रों में मलेरिया पर लगाम लगाने के लिए इसी ग्रुप की उन्नत दवा Hydroxy Chloroquine टैबलेट का इस्तेमाल किया जाता है। मलेरिया के साथ इन दवाओं का प्रयोग आर्थराइटिस में भी किया जाता है। एंटी मलेरियल दवाओं का उत्पादन करने के लिए भारत चीन और ब्राजील से कच्चा माल आयात करता है। यही वजह है कि टंप के मदद मांगने के तुरंत बाद शनिवार को PM मोदी ने ब्राजील के प्रधानमंत्री से भी बात की।
कोरोना के इलाज में कैसे करेगी काम
Corona महामारी फैलने के बाद चीन और जापानी में Hydroxy Chloroquine टैबलेट पर शोध हुआ। जिसमें पाया गया कि Corona संक्रमण को रोकने में एंटी मलेरियल्स दवाएं काफी सहायक हो सकती हैं। शोध में पाया गया है कि Corona संक्रमित मरीज और उसके करीबियों और स्वास्थ्यकर्मियों को निश्चित मात्रा में इस दवा की खुराक से संक्रमण का खतरा काफी कम हो जाता है। लेकिन इन दवाओं का प्रयोग बेहद सावधानी पूर्वक करना होगा। क्योंकि इनका असर उल्टा भी हो सकता है। जरा भी ओवरडोज मरीज की जान ले सकती है।
भारत सरकार ने खुली बिक्री पर लगाई रोक
Corona महामारी की शुरूआत में कुछ लोगों ने बिना डाक्टर की सलाह के Hydroxy Chloroquine टैबलेट का सेवन किया, जिसके चलते उनकी मौत हो गयी। इसके बाद भारत में एंटी मलेरिल्स डग की खुली बिक्री पर रोक लगा दी गयी है। इसके साथ इसके निर्यात पर भी रोक लगा दी गयी थी।
भारत भी लेगा हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन टैबलेट की मदद
Corona के इलाज में के गेम चेंजर रोल को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद Corona महामारी पर काबू पाने के लिए इस दवा का इस्तेमाल करने की तैयारी में है। भारत में Corona मरीजों की देखभाल और इलाज करने वाले डाक्टरों, स्वास्थ्यकर्मियों के साथ संक्रमित इलाकों में रहने वाले लोगों, रोगी के परिजनों को सीमित मात्रा में इस दवा का सेवन कराया जाएगा। ताकि संक्रमण को कम किया जा सके। इसके लिए स्वास्थ्य मंत्रालय एक गाइडलाइन्स जारी करने की तैयारी में है।