मध्यप्रदेश सरकार ने एक ही आउटलेट पर गाय का दूध और कड़कनाथ मुर्गे का चिकन बेचने की योजना शुरू की है। सरकार का शुद्धता का दावा करते हुए बता रही है कि उसके पार्लर से मिलने वाला चिकन और गाय के दूध में शुद्धता की पूरी गारंटी है। दूसरी तरफ भाजपा ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है। भाजपा ने कहा है कि इससे धार्मिक भावनाएं आहत होंगी। सरकार को सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए। भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष और विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि हिंदू धर्म में गाय और उसका दूध बेहद पूजनीय होता है जिसका कई त्योहारों में और उपवास में इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में दूध और मुर्गा एक ही जगह बिकने पर उन्होने आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि सरकार ने चिकन और दूध के पार्लर को एक साथ खोलकर हिंदुओं की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया, इसलिए दोनों पार्लर को अलग-अलग जगह पर खोला जाए और दोनों का व्यवसाय करने वाले व्यक्ति भी अलग हों।
मध्यप्रदेश सरकार के पशुपालन मंत्री लाखन सिंह यादव ने कहा कि भाजपा के आरोप निराधार हैं। कड़कनाथ चिकन पार्लर और मिल्क पार्लर के बीच में पार्टीशन किया गया है। इसमें एक तरफ कड़कनाथ का मांस तो दूसरे हिस्से से गाय का दूध बेचा जा रहा है। लाखन यादव ने कहा कि दोनों पार्लर को साथ में इसलिए बनाया गया है ताकि एक ही जगह पर लोगों को दोनों चीजें मिल सकें। आदिवासी युवाओं को रोजगार देने और जनता को शुद्ध दूध उपलब्ध कराने के मकसद से एक ही जगह दूध और चिकन बेचने की योजना शुरू की है। इसमें पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल के तहत आउटलेट खोलकर सरकार गाय का शुद्ध दूध, कड़कनाथ चिकन और देसी अंडे मुहैया कराएगी।