कोरोना वायरस का कहर अपने चरम पर है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में अबतक 10815 संक्रमित मरीज हो चुके हैं। यानी भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 10 हजार के पार चली गई है। जिस तेजी से कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है, उसे देखकर ऐसा लगता है मानों सरकार और प्रशासन की सारी कोशिशे बेकार हैं। कोरोना पर रोक लगाने के लिए 3 मई तक लॉकडाउन को आगे बढ़ा दिया है। बता दे देशभर में 1190 से ज्यादा लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं, जबकि 353 लोगों की मौत हो चुकी है। इस वक्त कोरोना का प्रकोप सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में देखने को मिल रहा है। महाराष्ट्र में संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 2337 पहुंच गया है। वहीं यहां अबतक सबसे ज्यादा 160 लोगों की मौत हुई है। इसके साथ ही 229 लोग ने कोरोना की जंग जीत ली है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में 586 COVID-19 समर्पित अस्पताल और 1 लाख से अधिक आइसोलेशन बेड और 11,500 ICU बेड हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि अगर लॉकडाउन लागू नहीं किया जाता तो कोविड-19 के मामले 41 फीसद बढ़ जाते, जिससे देश में लाखों लोग कोरोना की चपेट में आ जाते।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने जो आंकड़े जारी किए हैं उसके मुताबिक, आंध्र प्रदेश में 473, अंडमान निकोबार में 11, अरुणाचल प्रदेश में एक, असम में 31, बिहार में 66, चंडीगढ़ में 21, छत्तीसगढ़ में 31, दिल्ली में 1510, गोवा में 7, गुजरात में 617, हरियाणा में 199, हिमाचल प्रदेश में 32, जम्मू-कश्मीर में 270, झारखंड में 24, कर्नाटक में 258, केरल में 379, लद्दाख में 15, मध्य प्रदेश में 730, मणिपुर में 2, मेघालय में एक, मिजोरम में एक, नागालैंड में एक, ओडिशा में 55, पुडुचेरी में 7, पंजाब में 176, राजस्थान में 879, तमिलनाडु में 1173, तेलंगाना में 624, त्रिपुरा में 2, उत्तराखंड में 35, उत्तर प्रदेश में 657 और पश्चमि बंगाल में 190 मरीज कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं।