धर्म और आध्यात्म की नगरी के नाम से मशहूर काशी में अब कैबिनेट बैठक (Kashi Cabinet Meet) नहीं होगी। खबर है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने 16 दिसंबर को यहां होने वाली कैबिनेट बैठक कैंसिल कर दी है। दरअसल 15 दिसंबर से राज्य में विधानसभा का सत्र शुरू हो रहा है और सीएम योगी (CM Yogi) के इस कदम के पीछे यही वजह बताई जा रही है। बता दें कि विधानसभा में 16 दिसंबर को सीएम योगी (CM Yogi) की मौजूदगी में अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा, जिसे 17 दिसंबर को बजट पर चर्चा के बाद पास किया जाएगा।
योगी सरकार की आगामी कैबिनेट बैठक 16 दिसंबर को काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में आयोजित होनी थी। देश में यह पहला मौका होता जब किसी निर्वाचित सरकार की कैबिनेट बैठक मंदिर परिसर में आयोजित होती। इस बैठक में मुख्यमंत्री के साथ ही दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और डॉ. दिनेश शर्मा के अलावा पूरी कैबिनेट और आला अधिकारी भी मंदिर में जुटते।
सरकार के इस कदम को एक संदेश देने की कोशिश की तरह देखा जा रहा था कि लखनऊ के बाद वाराणसी प्रदेश की दूसरी राजधानी है। इसे आगामी विधानसभा चुनाव में सत्ता में वापसी की कवायद में जुटी बीजेपी (BJP) का मास्टरस्ट्रोक भी माना जा रहा था।
गौरतलब है कि पीएम मोदी (PM Modi) ने सोमवार 13 दिसंबर को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन किया। पीएम मोदी के अलावा बीजेपी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पार्टी शासित राज्यों के तमाम मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री इन दिनों काशी में मौजूद हैं। पीएम मोदी (PM Modi) के साथ इन सभी ने सोमवार शाम को गंगा आरती देखी।
अब मंगलवार 14 दिंसबर को प्रधानमंत्री बीजेपी (BJP) शासित राज्यों के सभी मुख्यमंत्रियों के साथ काशी विश्वनाथ कॉरिडोर में बैठक करेंगे और विश्वनाथ की इस नई काशी से सामाजिक समरसता, अखंडता और एकता का संदेश देंगे। इस कार्यक्रम में सीएम के साथ सभी राज्यों के डिप्टी सीएम भी मौजूद रहेंगे।