स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने COVID19 टीकों कोवोवैक्स (Covovax ) और कॉर्बेवैक्स (Corbevax) और एंटी-वायरल दवा मोलनुपिरवीर (Anti-viral drug Molnupiravir) को आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दे दी है। स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने यह जानकारी दी. सिलसिलेवार ट्वीट्स में देश को बधाई देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि मोलनुपिरवीर एक एंटीवायरल दवा है जो देश में 13 कंपनियों द्वारा COVID-19 के वयस्क रोगियों के इलाज के लिए आपातकालीन स्थिति में प्रतिबंधित उपयोग के लिए निर्मित की जाएगी।
मंत्री ने कहा कि CORBEVAX वैक्सीन भारत का पहला स्वदेशी रूप से विकसित RBD प्रोटीन सब-यूनिट वैक्सीन है। इसे हैदराबाद स्थित फर्म बायोलॉजिकल-ई द्वारा बनाया गया है। यह भारत में विकसित हुआ तीसरा टीका है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि नैनोपार्टिकल वैक्सीन, कोवोवैक्स, का निर्माण पुणे स्थित फर्म सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा किया जाएगा। बता दें सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने कोवोवैक्स के लिए अनुमति मांगी थी एसआईआई ने आपात स्थिति में सीमित उपयोग के लिए कोवोवैक्स के विपणन की मंजूरी के लिए अक्टूबर में डीसीजीआई को एक आवेदन दिया था।
ओमिक्रॉन के 653 मामले
गौरतलब है कि देश में कोविड (Covid) संक्रमण के ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) से बचाव के लिए टीकाकरण की प्रक्रिया में तेजी लाई जा रही है। इसी कड़ी में वैक्सीनेशन पर जोर दिया जा रहा है। बता दें भारत के 21 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में ओमिक्रॉन के 653 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 186 लोग स्वस्थ हो चुके हैं या विदेश चले गए हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मंगलवार को अद्यतन आंकड़ों में यह जानकारी दी गई। ओमिक्रॉन के महाराष्ट्र में सर्वाधिक 167 मामले पाए गए हैं। इसके बाद दिल्ली में 165, केरल में 57, तेलंगाना में 55, गुजरात में 49 और राजस्थान में 46 मामले सामने आए हैं।
एक जनवरी से टीकाकरण के लिये पंजीकरण करा सकेंगे 15 से 18 आयु वर्ग के लोग
उधर 15 से 18 वर्ष की आयु के बच्चे कोविड-19 (Covid-19) रोधी टीकाकरण के लिये 1 जनवरी से ‘कोविन’ पोर्टल पर पंजीकरण करा सकेंगे और उनके लिए टीके का विकल्प केवल ‘कोवैक्सीन’ होगा। अधिकारियों ने सोमवार को कहा यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि तीन जनवरी से बच्चों का कोविड-19 (Covid-19) रोधी टीकाकरण शुरू करने की तैयारी चल रही है। कोविन के प्रमुख डॉ. आर.एस. शर्मा ने सोमवार को कहा, ’15 से 18 साल के बच्चे 1 जनवरी से कोविन पोर्टल पर पंजीकरण करा सकेंगे।’ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी नये दिशानिर्देशों के अनुसार उनके लिये टीके का विकल्प केवल कोवैक्सीन होगा।
दिशानिर्देशों के अनुसार स्वास्थ्य कर्मियों, अग्रिम मोर्चे के कर्मियों और हृदय रोग जैसी कुछ गंभीर बीमारियों से ग्रस्त 60 साल से अधिक उम्र के ऐसे नागरिकों को टीके की तीसरी खुराक देने का क्रम दूसरी खुराक लगाये जाने की तारीख से 9 महीने या 39 सप्ताह पूरे होने पर आधारित होगा। 3 जनवरी से लागू होने वाले दिशानिर्देशों के अनुसार, 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोग कोविन पोर्टल पर पंजीकरण कर सकेंगे. दूसरे शब्दों में, ‘वे सभी जिनका जन्म वर्ष 2007’ या उससे पहले है, वे टीकारण के लिये पात्र होंगे।