Karnataka Election Results 2023

Karnataka Election Results 2023 : बीजेपी की हार के बाद बसवराज बोम्मई ने CM पद से दिया इस्तीफा

Karnataka Election Result: बीजेपी नेता बसवराज बोम्मई ने कहा कि मैंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है और राज्यपाल ने इसे स्वीकार कर लिया गया है.


कर्नाटक विधानसभा चुनाव (Karnataka Election) के नतीजे सामने आ गए हैं. सभी 224 विधानसभा सीटों पर बीजेपी, कांग्रेस और जेडीएस के बीच मुकाबला रहा. अब तस्वीर लगभग साफ हो गई है. कर्नाटक में कांग्रेस पूर्ण बहुमत से सरकार बनाती दिख रही है.


मतगणना के लिए राज्य भर में 36 सेंटर्स बनाए गए हैं. राज्य के भावी राजनीतिक परिदृश्य की तस्वीर दोपहर तक साफ होगी. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए राज्य भर में, विशेषकर मतगणना केंद्रों के अंदर और आसपास सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं.

क्या कर रहा इशारा पोल ऑफ पोल्स का औसत?

10 मई को हुई वोटिंग के बाद कर्नाटक विधानसभा चुनावों (Karnataka Election) के नतीजों को लेकर किए गए एग्जिट पोल में अधिकांश में कांग्रेस को बढ़त बनाते हुए दिखाया गया है. इन एग्जिट पोल पर गौर किया जाए तो 10 में से आठ एग्जिट पोल में कांग्रेस को बढ़त मिलती दिखाई दे रही है. तो वहीं दो एग्जिट पोल बीजेपी को बहुमत मिलता दिखा रहे हैं.

पोल ऑफ पोल्स औसत के मुताबिक, कांग्रेस को 109, बीजेपी को 91 और जेडीएस को 23 सीटें मिलती दिख रही हैं. वहीं 4 एग्जिट पोल कांग्रेस को पूरी तरह से खुद के दम पर बहुमत मिलता दिखा रहे है. एग्जिट पोल में जेडीएस को जितनी सीट मिलती दिख रही हैं उस हिसाब से दक्षिण में बीजेपी का गढ़ कहे जाने वाले इस राज्य में त्रिशुंक विधानसभा से भी इंकार नहीं किया जा सकता है.

इस राज्य की 224 सीटों वाली विधानसभा में सरकार बनाने के लिए बहुमत में आने के लिए 113 सीट पर जीत जरूरी है. दरअसल कर्नाटक विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 24 मई को खत्म होने जा रहा है. इस वजह यहां इस तारीख से पहले नई सरकार बननी है.

साल 2018 की तुलना में बढ़ा मतदान का प्रतिशत

कर्नाटक विधानसभा चुनाव (Karnataka Election) में 73.19 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. निर्वाचन अधिकारियों ने गुरुवार (11 मई) को अंतिम आंकड़े साझा करते हुआ इसे रिकॉर्ड मतदान करार दिया. दरअसल राज्य में 224 विधानसभा सीटों के लिए बुधवार 10 मई को वोट डाले गए थे. कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन कार्यालय (सीईओ) ने कहा, “कर्नाटक ने अपने लिए एक नया रिकॉर्ड बनाया है. कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 के लिए अंतिम मतदान 73.19 प्रतिशत दर्ज किया गया.”

निर्वाचन आयोग (ईसी) ने बुधवार (10 मई) रात कहा था, “कर्नाटक के सभी 224 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान काफी हद तक शांतिपूर्ण रहा और 58,545 मतदान केंद्रों में से किसी में भी पुनर्मतदान के संकेत नहीं मिले हैं.” कर्नाटक ने 2018 के विधानसभा चुनावों में 72.36 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था. उस चुनाव में त्रिशंकु विधानसभा बनी थी, जिसमें बीजेपी 104 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी थी, लेकिन बहुमत के आंकड़े से थोड़ी दूर रह गई थी.

कुल 2,615 उम्मीदवार चुनावी रण में उतरे

कर्नाटक के 224 विधानसभा सीटों के लिए कुल 2,615 उम्मीदवारों मैदान में थे. उम्मीदवारों में 2,430 पुरुष, 184 महिलाएं और एक उम्मीदवार अन्य लिंग से हैं. कुल 5,31,33,054 मतदाताओं ने यहां 10 मई को विभिन्न राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों की किस्मत की हार -जीत का फैसला ईवीएम में दर्ज किया था.

शनिवार 13 मई को इसी का खुलासा होना जा रहा है. इन मतदाताओं में 2,67,28,053 पुरुष तो 2,64,00,074 महिला मतदाता शामिल रहे. इसमें 11,71,558 युवा मतदाता थे तो 5,71,281 दिव्यांग और 12,15,920 मतदाता 80 वर्ष से अधिक उम्र के रहे.

बीजेपी और कांग्रेस के बीच है मुकाबला

कर्नाटक में मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच देखने को मिल रहा है. वहीं इस राज्य की इकलौती बड़ी पार्टी शुमार जेडी(एस) के किंगमेकर बनकर उभरने के आसार हैं. इस राज्य में हर 5 साल में सत्ता में बदलने की परंपरा है. यही वजह रही कि बीजेपी की सत्ता कायम रखने के लिए यहां पीएम मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा कद्दावार नेताओं ने कई रैलियां की. पीएम मोदी ने लगभग डेढ़ दर्जन जनसभाएं की हैं.

वहीं कांग्रेस भी पीछे नहीं रही. कांग्रेस से राहुल गांधी, प्रियंका गांधी सहित पार्टी अध्यक्ष खरगे ने प्रचार की कमान संभाली. यहां राज्य के मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता बसवराज बोम्मई, कांग्रेस नेता सिद्धारमैया और डी के शिवकुमार और जद (एस) के एच डी कुमारस्वामी सहित कई अन्य बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है.

राज्य में सत्तारूढ़ बीजेपी राज्य की सत्ता में क्रमिक बदलाव की 38 साल पुरानी परंपरा तोड़ने की उम्मीद में है. इसके लिए पार्टी मोदी असर पर भरोसा जता रही है. वहीं कांग्रेस भी इस चुनाव में जीत हासिल करना चाहती है ताकि वह इसका इस्तेमाल 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं में नया जोश भरने के लिए कर सके. यहां ये भी देखा जाना है कि त्रिशंकु जनादेश की स्थिति में क्या सरकार बनाने की चाबी पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा के नेतृत्व वाली जेडीएस के पास होगी?

कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई ने कहा था कि एग्जिट पोल, आखिरकार, एग्जिट पोल हैं. हमारे जमीनी सूत्रों से मुझे जो जानकारी मिली है, उससे यह 100 प्रतिशत स्पष्ट है कि हम पूर्ण बहुमत के साथ वापसी करने जा रहे हैं. बाकी, असली नतीजा तो 13 मई को ही पता चलेगा. तो चलिए इंतजार करते हैं नतीजे वाले दिन का.

कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी के शिवकुमार ने कहा, ‘‘मुझे एग्जिट पोल पर भरोसा नहीं है. मुझे 141 सीटों पर भरोसा है. हमारे नमूने का आकार काफी बड़ा है. एग्जिट पोल के नमूने का आकार छोटा है. कांग्रेस के पक्ष में बड़ी लहर है.’’

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