पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने भारत से फिर युद्ध के लिए गीदड़भभकी दी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना का हर सिपाही कश्मीर के लिए आखिर गोली, आखिर सिपाही, आखिर सांस तक लड़ेगा। अर्थव्यवस्था चरमरा गयी है, लेकिन पाक हुक्मरानों को सिर्फ युद्ध की पड़ी है। अपने घर की चिंता छोड़, फिर एक बार कश्मीर का अलाप शुरू किया है और आह्वाहन किया है पूरे पाकिस्तान को कश्मीर के साथ खड़े होने का। जो खुद मदद के मोहताज हैं वह हर तरह से कश्मीरियों की मदद के लिए तैयार रहने की बात क्र रहे हैं।
इससे पहले भारतीय सेना की 15वीं कोर के जनरल आफिसर कमांडिंग लेफ्टनेंट जनरल केजेएस ढिल्लों ने श्रीनगर में कहा था कि पाकिस्तान कश्मीर घाटी में अधिक से अधिक संख्या में आतंकवादियों की घुसपैठ कराना चाहता है, एक ऐसे ही प्रयास को विफल करके लश्करे तैयबा के दो आतंकवादियों को जिंदा पकड़ा गया था। उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नियंत्रण रेखा से लगे क्षेत्रों में आतंकवादी शिविर सक्रिय हैं और पाकिस्तानी सेना आतंकवादियों को राज्य में घुसपैठ कराने में मदद कर रही है। वो यहां की शांति व्यवस्था को खराब करना चाह रही है जिसे कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। पाकिस्तान कश्मीर में अमन चैन जैसी बातें करके वहां का माहौल खराब करने में लगा रहता है।
पाक सेना के प्रवक्ता ने आगे यह भी कहा की जब देश का अमन खतरे में पड़ जाए तो सभी को अपना किरदार जिम्मेदारी से अदा करना चाहिए। आसिफ गफूर पाकिस्तानी मीडिया को संबोधित कर रहे थे। पहले उन्होंने अपनी सेना की युद्ध की तैयारियों के बारे में बताया फिर कश्मीर का बीते 72 साल का माहौल बताया, उसके बाद मीडिया के सवालों के जवाब दिए।
उन्होंने कहा कि हुकुमते पाकिस्तान के पास कश्मीर के पास लाइन आफ एक्शन चल रहा है। कश्मीरी आवाम के साथ हमारा ताल्लुक है। उन्होंने मीडिया को फ्रंटलाइन का सोल्जर बताया।
वैसे भी पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ 72 सालों से छदम युद्ध छेड़ा हुआ है, इस बहार धमकी भरे लहजे मे कहा गया है की,”यदि कश्मीर को मिलाने में कामयाब नहीं होते तो वार फाइटिंग होगी”।