प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिटेन के दौरे पर जा रहे हैं. उनकी यात्रा दो दिन की होगी. यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के निमंत्रण पर पीएम का ये दौरा हो रहा है. यह प्रधानमंत्री मोदी की यूके की चौथी यात्रा होगी. इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी, प्रधानमंत्री स्टार्मर के साथ भारत-ब्रिटेन द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण पहलुओं पर व्यापक चर्चा करेंगे. वे क्षेत्रीय और वैश्विक महत्व के मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान करेंगे.
इस यात्रा के दौरान, दोनों पक्ष व्यापार और अर्थव्यवस्था, प्रौद्योगिकी और नवाचार, रक्षा और सुरक्षा, जलवायु, स्वास्थ्य, शिक्षा और लोगों के बीच संबंधों पर विशेष ध्यान केंद्रित करते हुए व्यापक रणनीतिक साझेदारी (सीएसपी) की प्रगति की भी समीक्षा करेंगे.
जिस मुद्दे पर 3 साल चला मंथन उस पर अमल की बारी
इस यात्रा के दौरान भारत और ब्रिटेन द्वारा औपचारिक रूप से मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर हस्ताक्षर किए जाने की संभावना है. इसपर 3 साल तक मंथन चला है. भारत-यूके FTA और दोहरे योगदान समझौते की घोषणा तीन साल की बातचीत के बाद 6 मई 2025 को प्रधानमंत्रियों के बीच टेलीकॉन्फ्रेंस के दौरान की गई थी.
यह सबसे व्यापक एफटीए में से एक है, जिसमें 26 अध्याय हैं, जिनमें माल, सेवाएं, आईपीआर, सरकारी खरीद, डिजिटल, दूरसंचार, वित्तीय सेवाएं, पर्यावरण, श्रम आदि जैसे कई क्षेत्र शामिल हैं. ब्रिटिश उच्चायोग में दक्षिण एशिया के लिए डिप्टी ट्रेड कमीश्नर शॉटबोल्ट ने कहा है कि भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार में प्रति वर्ष 25.5 बिलियन यूरो की वृद्धि होने का अनुमान है. उन्होंने कहा कि इस एफटीए के तहत दोनों देशों के बीच व्यापार किए जाने वाले 90 प्रतिशत सामानों पर टैरिफ में कटौती का प्रावधान है.
लगभग तीन वर्षों की बातचीत के बाद 6 मई को हस्ताक्षरित और अंतिम रूप दिया गया भारत-यूके मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) भारत द्वारा अब तक किए गए सबसे व्यापक मुक्त व्यापार समझौतों में से एक है.
पीएम मोदी ने क्या कहा था?
मई, 2025 में FTA पर सहमति के बाद पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि मुझे खुशी है कि मेरे मित्र ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर से बात हुई. भारत और ब्रिटेन ने एक ऐतिहासिक और लाभकारी मुक्त व्यापार समझौता और डबल कंट्रीब्यूशन कन्वेंशन को सफलतापूर्वक संपन्न किया है.
उन्होंने कहा कि यह समझौता दोनों देशों में बिजनेस, इंवेस्टमेंट, इनोवेशन, रोजगार और समृद्धि को नई दिशा देगा. साथ ही उन्होंने जल्द ही प्रधानमंत्री स्टार्मर के भारत दौरे की भी उम्मीद जताई.
FTA क्या होता है?
मुक्त व्यापार समझौता (FTA) एक ऐसा समझौता होता है जिसके तहत दो या दो से अधिक देशों के बीच व्यापार को बढ़ावा देने के लिए आयात-निर्यात पर लगने वाले शुल्क और गैर-शुल्क बाधाओं को हटाया या कम किया जाता है. इसका उद्देश्य व्यापार को सुगम बनाना, निवेश को बढ़ावा देना और आर्थिक विकास को गति देना होता है. ऐसे समझौतों से न केवल कंपनियों को नए बाज़ार मिलते हैं, बल्कि उपभोक्ताओं को भी बेहतर और सस्ते उत्पाद उपलब्ध होते हैं.
मजबूत हो रहे भारत और ब्रिटेन के संबंध
बता दें कि भारत-ब्रिटेन के ऐतिहासिक संबंध, पिछले कुछ वर्षों में एक मज़बूत, बहुआयामी, पारस्परिक रूप से लाभकारी रिश्ते में तब्दील हो गए हैं. 4 मई 2021 को वर्चुअल मोड में आयोजित भारत-ब्रिटेन शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने अगले दस वर्षों के लिए सहयोग को आगे बढ़ाने और परिवर्तनकारी भारत-ब्रिटेन ‘व्यापक रणनीतिक साझेदारी’ और एक महत्वाकांक्षी भारत-ब्रिटेन रोडमैप 2030 पर सहमति व्यक्त की.

