केंद्रीय जांच एजेंसियों ने एक हफ़्ते की पूछताछ के बाद फरीदाबाद-सहारनपुर मॉड्यूल से जुड़े आरोपियों को लेकर बड़े और नए खुलासे किए हैं. सूत्रों के मुताबिक सरहद पार बैठे आतंक के हैंडलरों ने डॉक्टर आदिल के भाई डॉक्टर मुजफ्फर को अलक़ायदा के आतंकी संगठन अंसार ग़ज़ातुल हिन्द का प्रमुख बनाने का वादा किया था, साथ ही वादा किया गया था कि ग्रुप को हर साल 10 करोड़ से ज़्यादा रुपये आतंक के काम के लिए दिए जाएंगे.
पूछताछ में सामने आया कि डॉक्टर मुज़फ़्फ़र और डॉक्टर मुजम्मिल दोनों ही आतंकी ज़ाकिर मूसा से प्रभावित थे और इन्हें इनके हैंडलर फ़ैसल इशफ़ाक़ भट्ट ने समझाया था कि भारत के अन्य राज्यों में इंडियन मुजाहिद्दीन की तरह ही बड़े बम ब्लास्ट करने से निज़ाम ए मुस्तफा के आतंकी ज़ाकिर मूसा का सपना पूरा हो पाएगा. फ़ैसल इशफ़ाक़ भट्ट ने इन्हें ये भी समझाया था कि अगर भारत के अन्य राज्यों में बड़े बम धमाके होंगे तो डॉक्टर मुज़फ़्फ़र को अल क़ायदा भारत चीफ उस्मान महमूद और जैश ए मोहम्मद की फ़िदायीन यूनिट के कमांडर मौलाना अम्मार अल्वी से मिलवाकर अंसार गजवात उल हिन्द की कमान दे दी जाएगी.
आतंकी डॉक्टर शाहीन ने किए खुलासे
इसके साथ ही पूछताछ के दौरान आतंकी डॉक्टर शाहीन ने एजेंसियों के सामने जानकारी दी कि वो इस मॉड्यूल में डॉक्टर मुजम्मिल के कहने पर जुड़ी थी और जैसा मुजम्मिल उसे कहता था वैसा ही वो करती थी. इसके अलावा जांच एजेंसियों के हाथ डॉक्टर अबू उकाशाह नाम के हैंडलर का टेलीग्राम अकाउंट भी लगा है, जिससे मिलने डॉक्टर मुजफ्फर, डॉक्टर उमर और डॉक्टर आदिल साल 2022 में तुर्की गए थे.
कराची का रहने वाला है आतंकी डॉक्टर अबू उकाशाह
इस हैंडलर की लोकेशन अफगानिस्तान के नंगहार प्रांत में ट्रैक हुई है. सूत्रों के मुताबिक डॉक्टर अबू उकाशाह ने आरोपियों से तुर्की में मिलने के दौरान जानकारी दी थी की वो पाकिस्तान के कराची का रहने वाला है और जैश ए मोहम्मद, तहरीक ए तालिबान और अल-कायदा के साथ काम करता है. साथ ही फैसल इशफ़ाक़ भट और हंज़ुल्ला से आरोपियों की जान पहचान इसी डॉक्टर अबू उकाशाह ने करवायी थी.
कौन हैं हंजुल्लाह
इसके अलावा एक और हैंडलर हंजुल्लाह उर्फ उमर बिन खत्ताब जिसने डॉक्टर उमर को बम बनाने की 42 वीडियो भेजी थीं, उसकी IP लोकेशन पाकिस्तान के क़ब्ज़े वाले कश्मीर के बराली इलाके की मिली है. ऐसे में जांच एजेंसियां ये पता करने में जुटी हुई हैं कि कहीं जैश ए मोहम्मद के पोस्टर पर जिस आतंकी हंज़ल्ला का नाम लिखा था और जिसकी उन्होंने शिनाख्त की है, कहीं वो और हंजुल्लाह एक ही व्यक्ति तो नहीं है क्योंकि मॉड्यूल से जुड़े किसी भी आरोपी ने कभी भी हंजुल्लाह से ना ही मुलाक़ात की बात कबूली है और ना ही वीडियो कॉलकर बात करने की. इनके मुताबिक हंजुल्लाह सिर्फ़ और सिर्फ़ डॉक्टर उमर और इरफान अहमद वागे से ही बात करता था.

