Rahul Gandhi Press Conference: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर से चुनाव आयोग पर हमला बोला है. राहुल गांधी ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर वोट चोरी करवाने का आरोप लगाया. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को दावा किया कि विपक्ष के वोटरों के नाम मतदाता सूची से हटाए गए और मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ‘लोकतंत्र की हत्या करने वालों’ और ‘वोट चोरों’ की रक्षा कर रहे हैं. इस दौरान उन्होंने यह भी खुलासा किया कि उन्हें ये सब जानकारी कहां से मिल रही है?
वोट डिलीट मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि अब चुनाव आयोग के लोग ही आकर उन्हें ये सब जानकारी दे रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘एक रोचक बात आई कि इलेक्शन कमीशन के अंदर से हमें मदद मिलनी शुरू हो गई है. मैं साफ बोल देता हूं. इलेक्शन कमीशन के अंदर से इनफॉर्मेशन आ रही है. पहले ऐसा नहीं हो रहा था. यह रुकेगा नहीं.’
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि ज्ञानेश कुमार को ऐसे लोगों को संरक्षण देना बंद करना चाहिए और एक सप्ताह में निर्वाचन आयोग को कर्नाटक की सीआईडी के साथ पूरी जानकारी साझा करनी चाहिए. कांग्रेस नेता के आरोप पर निर्वाचन आयोग की तरफ से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. हालांकि, सूत्रों का कहना है कि कर्नाटक वोट चोरी मामले में चुनाव आयोग ने ही एफआईआर दर्ज कराई है.
राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या-क्या कहा?
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने संवाददाता सम्मेलन में कर्नाटक के कलबुर्गी जिले के आलंद विधानसभा क्षेत्र के आंकड़ों का हवाला देते हुए दावा किया कि कांग्रेस के मतदाताओं के नाम हटाने का प्रयास सुनियोजित तरीके से किया गया. उनके अनुसार, जिनके नाम हटाने के प्रयास हुए और जिनके नाम का इस्तेमाल कर नाम हटाने के आवेदन दिए गए, उन्हें इसकी जानकारी ही नहीं थी.
राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में ही यह साफ कर दिया कि यह ‘हाइड्रोजन बम’ नहीं है और वह आगे आने वाला है.
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि सीईसी ज्ञानेश कुमार भारतीय लोकतंत्र को नष्ट करने और ‘लोकतंत्र की हत्या करने वालों’ की रक्षा कर रहे हैं. राहुल गांधी ने कहा, ‘मैं अपने लोकतंत्र, देश और संविधान से बहुत प्रेम करता हूं और ऐसी कोई बात नहीं करूंगा जो तथ्यों पर आधारित नहीं हो.’
राहुल गांधी मुताबिक, आलंद विधानसभा क्षेत्र में 6018 मतदाताओं का नाम हटाने के लिए आवेदन दिए गए. उन्होंने कहा कि ऐसा कांग्रेस मतदाताओं को निशाना बनाकर किया गया. राहुल गांधी ने दावा किया कि मतदाताओं के नाम हटाने के लिए जिन मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल हुआ वे कर्नाटक के बाहर के थे.
राहुल गांधी ने मंच पर कुछ लोगों को पेश किया जिनके नाम मतदाता सूची से हटाने का प्रयास हुआ या उनके नाम इस्तेमाल करके ऐसा करने का प्रयास किया गया. राहुल गांधी ने कहा, ‘इस मामले की जांच कर्नाटक की सीआईडी कर रही है. सीआईडी ने 18 पत्र भेजकर कुछ जानकारियां मांगी… लेकिन यह जानकारी नहीं दी गई क्योंकि इससे वहां तक पहुंचा जा सकेगा जहां से यह अभियान चलाया जा रहा है.’
राहुल गांधी ने कहा कि महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले के राजौरा विधानसभा क्षेत्र में इसी तरीके का इस्तेमाल करके 6850 नाम जोड़े गए. उन्होंने कहा कि एक सप्ताह में निर्वाचन आयोग को पूरा विवरण देना चाहिए और यदि ऐसा नहीं है तो फिर स्पष्ट हो जाएगा कि ज्ञानेश कुमार ‘वोट चोरों’ की मदद कर रहे हैं.
राहुल गांधी ने बीते एक सितंबर को पटना में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के समापन के मौके पर ‘वोट चोरी’ से जुड़े अपने पहले के खुलासे का हवाला देते हुए दावा किया था कि ‘एटम बम’ के बाद अब ‘‘हाइड्रोजन बम’’ आने वाला है, जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लोगों को अपना ‘मुंह नहीं दिखा पाएंगे.’’
