भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की यात्रा के लिए रवाना हो चुका है. वे गुरुवार शाम करीब साढ़े चार बजे पहुंचेंगे. उनके इस काम को लेकर परिवार के साथ ही पूरा देश गर्व महसूस कर रहा है. हर कोई उन्हें बधाई दे रहा है. खुद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सफल लॉन्चिंग के लिए उन्हें बधाई दी है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा हम भारत, हंगरी, पोलैंड और अमेरिका के अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर अंतरिक्ष मिशन के सफल प्रक्षेपण का स्वागत करते हैं.
उन्होंने कहा कि भारतीय अंतरिक्ष यात्री, ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर जाने वाले पहले भारतीय बनने की राह पर हैं. वे अपने साथ 1.4 बिलियन भारतीयों की इच्छाएं, उम्मीदें और आकांक्षाएं लेकर आए हैं. उन्हें और अन्य अंतरिक्ष यात्रियों को शुभकामनाएं!
कौन-कौन है शुभांशु के साथ?
एक्सिओम-4 मिशन अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) जाने वालों में हंगरी के टिबोर कापू, ISRO अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला, नासा के पूर्व अंतरिक्ष यात्री पैगी व्हिटसन, और पोलैंड के यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के अंतरिक्ष यात्री स्लावोज उज्नान्सकी-विज्निएव्स्की शामिल हैं. ये सभी अगले 14 दिनों तक वहीं रहने वाले हैं.
क्यों है शुभांशु का ये मिशन खास?
भारत के लिए यह मिशन बेहद खास रहने वाला है. ऐसा इसलिए क्योंकि बहुत लंबे समय बाद किसी भारतीय ने अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरी है.शुभांशु के वैज्ञानिक रिसर्च में माइक्रोग्रैविटी में अलग-अलग प्रयोग होंगे. इसके अलावा भारत का भविष्य में कमर्शियल स्पेस स्टेशन की स्थापना का प्लान है. इसको लेकर भी रिसर्च की जाएगी.
बेटे पर बहुत गर्व- शुभांशु की मां
शुभांशु की मां ने बेटे की उपलब्धि पर कहा कि हमारे लिए आज बहुत गौरव का क्षण है. इसके साथ ही सबसे ज्यादा गौरव का क्षण स्कूल वालों के लिए है, जिसने उस बच्चे को पढ़ाया है. हम इसे शब्दों में बयां नहीं कर सकते हैं. हम (ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के लिए) बिल्कुल भी डरे हुए नहीं हैं. हम खुश हैं, हमें बहुत गर्व है.

