नवजोत सिंह सिद्धू ने मंगलवार को पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख के पद से Resignation दे दिया और अपने दल के कई लोगों को साथ ले लिया। पार्टी सूत्रों ने कहा है कि उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया और पार्टी नेतृत्व ‘मामले को सुलझाने की कोशिश करेगा’। कांग्रेस ने एक बयान में कहा, “राज्य नेतृत्व को पहले अपने स्तर पर इस मामले को सुलझाने के लिए कहा गया है।” सिद्धू ने इसी साल जुलाई में पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष का पद संभाला था।
उन्होंने सोनिया गांधी को पत्र में लिखा, ‘‘किसी भी व्यक्ति के व्यक्तित्व में गिरावट समझौते से शुरू होती है, मैं पंजाब के भविष्य और पंजाब के कल्याण के एजेंडे को लेकर कोई समझौता नहीं कर सकता हूं।’’ उन्होंने लिखा, ‘‘इसलिए, मैं पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देता हूं। कांग्रेस की सेवा करना जारी रखूंगा।’’
- नवजोत सिंह सिद्धू के घर पर बैठक चल रही है। परगट सिंह सहित कई बड़े नेता वहां मौजूद हैं।
- गौतम सेठ ने इस्तीफा दिया: पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख Navjot Singh Sidhu के इस्तीफे के बाद गौतम सेठ ने पंजाब कांग्रेस के महासचिव (प्रभारी प्रशिक्षण) के पद से इस्तीफा दे दिया।
- कांग्रेस ने खारिज किया सिद्धू का इस्तीफा: पार्टी सूत्रों ने NVR24 को बताया कि सिद्धू का इस्तीफा अभी तक स्वीकार नहीं किया गया है और कांग्रेस आलाकमान उनके संपर्क में हैं।
- गुलजार इंदर चहल और योगिंदर ढींगरा का इस्तीफा: पंजाब अध्यक्ष Navjot Singh Sidhu के इस्तीफ़े के बाद गुलजार इंदर चहल ने प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष का पद छोड़ दिया है। इसके साथ ही योगिंदर ढींगरा ने भी सिद्धू के समर्थन में पंजाब कांग्रेस के महासचिव पद से इस्तीफ़ा दिया दे दिया है।
सिद्धू के समर्थन में रजिया सुल्ताना का मंत्री पद से इस्तीफा
कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष पद से Navjot Singh Sidhu के इस्तीफे के कुछ ही घंटे बाद Razia Sultanas ने मंगलवार को राज्य सरकार के कैबिनेट मंत्री का पद छोड़ दिया। पंजाब के CM चरणजीत सिंह चन्नी को भेजे त्यागपत्र में सुल्ताना ने कहा, “मैं, रजिया सुल्ताना पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष Navjot Singh Sidhu और राज्य के लाखों कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ एकजुटता दिखाते हुए पंजाब में कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दे रही हूं।”
अमरिंदर सिंह ने सिद्धू पर निशाना साधा, बताया ‘अस्थिर व्यक्ति’
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से Navjot Singh Sidhu के इस्तीफे के बाद मंगलवार को उन पर निशाना साधा और कहा कि वह एक ‘अस्थिर व्यक्ति’ हैं तथा सीमावर्ती राज्य पंजाब के लायक नहीं हैं।
इस्तीफे से पहले सिद्धू के ट्वीट ने बढ़ाई थी पार्टी की बेचैनी
पंजाब कांग्रेस प्रमुख के रूप में मंगलवार को अपने इस्तीफे से कुछ घंटे पहले Navjot Singh Sidhu ने अपने एक ट्वीट से पूरी पार्टी में चिंता की लहर फैला दी थी। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, “सख्तियां सहने के लिए पत्थर का जिगर दिया करो , कौम की खतिर जो कट सके, वो सिर पैदा करो इंकलाब जिंदाबाद।”
सिद्धू किसी दलित को पंजाब का मुख्यमंत्री बनाया जाना स्वीकार नहीं कर सके: आप
आम आदमी पार्टी (आप) ने मंगलवार को दावा किया कि पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष Navjot Singh Sidhu ने इसलिए पद से इस्तीफा दिया क्योंकि वह इस बात को ‘स्वीकार नहीं कर पाए’ कि एक दलित को राज्य का CM बनाया गया है। आप प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा, “यह दिखाता है कि Navjot Singh Sidhu दलितों के खिलाफ हैं। एक गरीब बेटा मुख्यमंत्री बना… यह, सिद्धू बर्दाश्त नहीं कर सके. यह बहुत दुखद है।”
सुखबीर सिंह बादल ने सिद्धू को बताया ‘मिसगाइडेड मिसाइल’
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने सिद्धू द्वारा पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद उन्हें ‘मिसगाइडेड मिसाइल’ करार दिया। बादल ने कहा, “मैंने पहले कहा था कि सिद्धू एक ‘मिसगाइडेड मिसाइल’ है जिसका पता नहीं कि कहां जाएगी या किसे मारेगी। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष बनकर पहले कैप्टन को तबाह किया फिर अपनी पार्टी कांग्रेस का सफाया कर दिया। पंजाब को बचाना है तो सिद्धू साहब से विनती है कि वह मुंबई चले जाएं।”
पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष का सिद्धू पर हमला
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पंजाब में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने Navjot Singh Sidhu पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “यह सिर्फ क्रिकेट नहीं है! इस पूरे ‘एपिसोड’ में जिस बात से समझौता किया गया है, वह है कांग्रेस आलाकमान द्वारा (निवर्तमान?) पीसीसी अध्यक्ष पर विश्वास. कोई भी भव्य प्रतिष्ठा अपने उपकारों को एक अजीबोगरीब स्थिति में रखकर भरोसे के इस उल्लंघन को सही नहीं ठहरा सकती है।”

