कोरोना का नया वैरिएंट NB.1.81 तेजी से दुनिया भर में फैल रहा है, जिससे भारत और अमेरिका समेत कई देश प्रभावित हैं. अमेरिकी विशेषज्ञों का मानना है कि यह चीन की साजिश का नतीजा है. यह वैरिएंट पहले के वैरिएंट्स से ज़्यादा घातक है और तेज़ी से फैल रहा है. चीन इस जानकारी को छिपा रहा है, जिससे संदेह और गहराया है.
कोरोना का नया वैरिएंट भारत और अमेरिका समेत पूरी दुनिया में तेजी से फैलता जा रहा है. मगर, अब अमेरिका की रिपोर्ट से इस वैरिएंट के बारे में बहुत ही चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है. अमेरिकी एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोविड का ये नया वैरिएंट भी चीन की साजिश का परिणाम है. वायरस इस बार और खतरनाक होकर आया है. एक बार फिर कोविड-19 ने पूरी दुनिया को तेजी से अपने चंगुल में लेना शुरू कर दिया है. भारत, अमेरिका, सिंगापुर, जापान, फ्रांस, स्पेन और ताइवान जैसे देशों को ये फिर से अपना शिकार बना रहा है.
अमेरिकी स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट है कि कोरोना का नया वैरिएंट, जिसे NB.1.81 नाम दिया गया है, वो पहले के हर वैरिएंट से ज्यादा खतरनाक है. ये न सिर्फ तेजी से फैल रहा है, बल्कि जानलेवा भी है. भारत में ये संक्रमण 1 हजार से ज्यादा लोगों को संक्रमित कर चुका है. हैरानी की बात ये है कि ये आंकड़ा हर बीतते दिन के साथ बढ़ता जा रहा है.
कोरोना के जिस नए वैरिएंट से दुनिया दहशत से भर गई है, उसके बारे में अब बहुत ही चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है. अमेरिका और कई एक्सपर्ट्स का दावा है कि इस नए वैरिएंट के पीछे किसी और का नहीं बल्कि चीन का ही हाथ है. अमेरिकी एक्सपर्ट्स का दावा है कि कोविड-19 का नया वैरिएंट NB.1.81 सबसे पहले चीन में ही फैला.
चीन ही कोरोना के नए वैरिएंट का विलेन
चीन से ये संक्रमण एशिया के देशों तक पहुंचा. अब ये दुनिया के कमोबेश सभी हिस्सों में पहुंच चुका है. चीन ही कोरोना के नए वैरिएंट का विलेन है, इस बात का शक इसलिए भी गहरा गया है क्योंकि चीन इससे जुड़ी जानकारियां छिपा रहा है. चीन के शहरों में कोरोना का खतरनाक वैरिएंट फैला. बड़ी तादाद में चीन के लोग इससे संक्रमित हुए लेकिन इसको लेकर जिनपिंग ने दुनिया को पहले से आगाह नहीं किया.
अलबत्ता चीन के लोग दुनिया के कई देशों में बेरोकटोक आते जाते रहे. मतलब ये कि इस बार भी चीन ने वही किया है, जैसा पहली बार 2019 में किया था. दुनिया को एक नई महामारी दे दी है. अब पूरे विश्व के सामने कोरोना के नए वैरिएंट से निपटने की बड़ी चुनौती आ खड़ी हुई है.
देश में कहां कितने मामले ?
कर्नाटक में बुधवार को कोविड-19 के 40 नए मामले दर्ज किए गए. इससे राज्य में सक्रिय मामलों की संख्या 126 हो गई है. पिछले 24 घंटों में पॉजिटिविटी दर 10.12 प्रतिशत रही, जबकि पिछले 24 घंटों में कर्नाटक में कुल 395 टेस्ट किए गए, जिनमें 344 आरटीपीसीआर और 51 आरएटी टेस्ट शामिल हैं. कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने कहा, मैंने व्यक्तिगत रूप से ऑक्सीजन सिलेंडर, आपातकालीन आईसीयू बेड, वेंटिलेटर, मास्क और अन्य कोविड-संबंधी उपकरणों की उपलब्धता और गुणवत्ता की जांच की है.
पश्चिम बंगाल में पांच और मामले
पश्चिम बंगाल में कोविड-19 के 5 और मामले सामने आए हैं. तीन मरीजों का इलाज चल रहा है. दो को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. ज्यादातर मरीजों में संक्रमण के हल्के लक्षण हैं. फिलहाल बंगाल में कोविड-19 के कुल 16 मामले हैं.
बीएचयू की लैब के दो कर्मचारी संक्रमित
उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में काशी हिंदू विश्वविद्यालय की लैब के दो कर्मचारी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. सीएमओ डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि कोविड-19 से संक्रमित दोनों व्यक्ति बीएचयू की प्रयोगशाला के कर्मचारी हैं. दोनों ने हाल ही में अन्य राज्यों की यात्रा की थी.
दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर सरकार अलर्ट पर है. गुरुवार सुबह 10 बजे मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता LNJP अस्पताल का निरीक्षण करेंगी. इससे पहले मंगलवार को मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने एलजी के साथ राज निवास में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की थी.
पंजाब में कोरोना से पहली मौत
लुधियाना से चंडीगढ़ के सेक्टर 32 गवर्नमेंट हॉस्पिटल में रेफर किए गए 40 साल के कोरोना मरीज की मौत हो गई है. मरने वाला व्यक्ति मूल रूप से उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद का रहने वाला था. वो लुधियाना में नौकरी करता था.

