देश में कोरोना वायरस के खिलाफ जंग जारी है। वायरस की कड़ी को तोड़ने के लिए 21 दिन का लॉकडाउन लागू किया गया। प्रशासन हर वो कोशिश कर रही है जिससे भारत में कोरोना वायरस माहामारी का रूप ना ले, लेकिन जिस तरह से कोरोना संक्रमित मामलों की बढ़ोतरी हो रही है उसे देखते हुए इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च यानी आईसीएमआर ने एक एडवाइजरी जारी की है जिसके मुताबिक कोविड-19 के लिए क्लस्टर जोन और बड़े प्रवास केंद्रों में तेजी से एंटीबॉडी-आधारित खून की जांच शुरू करने के निर्देश जारी किए गए हैं। आईसीएमआर ने भारत के जिन इलाकों से कोरोना वायरस के संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले सामने आए है, उन हॉटस्पॉट इलाकों में एंटीबॉडी-आधारित खून की जांच शुरू करने को कहा है। इसके साथ ही जारी की गई एडवाइजरी में उन मरीजों को अगले14 दिन होम क्वारनटीन के लिए कहा गया है, जिनमें खांसी, बुखार या जुकाम जैसे इंफ्लूएंजा के लक्षण हों, ऐसे मरीजों की रैपिड एंटीबॉडी-आधारित ब्लड टेस्ट करने के निर्देश दिए गए है।
बता दें इस ब्लड टेस्ट से इस बात की जानकारी नहीं मिलेगी कि मरीज कोरोना वायरस से पॉजिटिव है या नहीं। लेकिन इससे ये जरूर पता चल जाएगा कि संभावित शख्स कोरोना वायरस पॉजिटिव के संपर्क में आया था। वहीं टेस्ट निगेटव आने पर शख्स को 14 दिन के लिए होम क्वारनटीन किए जाने की सलाह भी दी जाएगी। वहीं टेस्ट पॉजिटिव पाए जाने पर मरीज के कोरोना वायरस की पुष्टि के लिए गले या नाक से लिए नमूनों के आरटी-पीसीआर टेस्ट की सलाह दी गई है।