जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है, प्रशाशन की बौखलाहट और महागठबंधना के नेताओं को परेशान करने के लिए मुस्तदी बढ़ गयी है.
मामला है पटना जिले की विधानसभा 179, बाढ़ का जहाँ तड़के ही गाड़ियों का काफिला महागठबंधन के प्रत्याशी कर्णवीर सिंह यादव का काफिला रोक कर गहन जांच करने लगा. मजेदार बात ये थी की गाड़ियों में कुछ भी संदिग्ध या गैरकानूनी नहीं मिला तो भी जनसंपर्क कार्यक्रम को बाधित रखा गया लगभग 45 मिनिट. जबकि किसी भी गाडी की जांच में लगभग 2-3 मिनट से अधिक नहीं लगता.
मौजूद भीड़ उग्र होती ददख राजद प्रत्याशी कर्णवीर सिंह उड़ाव ने सभी को संयम बरतनेऔर प्रशाशन को अपना काम करने देने का आग्रह किया.
यह कार्यवाही कोई रूटीन कार्यवाही नहीं थी बल्कि एक संदेह था की जितना जो ज्यादा लोकप्रिय होगा और केंद्र पोषित नेता के खिलाफ बढेगा उसे किसी भी तरह नुकसान पहुँचाया जाये चाहे मान से हो या धन से या समय से. इस तरह का प्रशाशन का रवैया निंदनीय है और इसकी अलो हना जरूर होनी चाहिए चुंकि ये लोकतंत्र का महापर्व है और प्रशाशन को निष्पक्ष और साफ नियत से काम करना चाहिए

