9/11 की त्रासदी को 18 साल हो गए हैं लेकिन आज भी आतंकवाद के खिलाफ पूरे विश्व में एकजुटता की कमी कभी कभी बड़े हादसों को न्योता दे जा रही है, आज 18वीं बरसी पर अफगानिस्तान में अमेरिकी दूतावास पर रॉकेट से हमला किया गया है। हमला काफी खतरनाक था और इसकी तीव्रता भी काफी अधिक थी। लेकिन परिसर के अधिकारियों ने लगभग एक घंटे बाद सभी को सुरक्षित घोषित कर दिया और किसी के भी हताहत न हनी की खबर दी।
सूत्रों के मुताबिक यह एक रॉकेट हमला था। हालांकि इस हमले में कोई हताहत नहीं हुआ है।अफगान अधिकारियों की ओर से कोई तत्काल टिप्पणी नहीं की गई है। नाटो मिशन ने कहा कि कोई भी कर्मी घायल नहीं हुआ है।
हाल ही में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के अमेरिका-तालिबान शांति वार्ता को रद किए जाने के फैसले के बाद अफगानिस्तान की राजधानी में पहला बड़ा हमला है। पिछले हफ्ते के अंत में ट्रंप ने अचानक यूएस-तालिबान वार्ता को अचानक बंद कर दिया था। इससे पहले दो तालिबान कार बमों ने पिछले सप्ताह काबुल को हिला दिया, जिसमें कई नागरिक और नाटो मिशन के दो सदस्य मारे गए।ट्रम्प ने उन धमाकों में से एक में अमेरिकी सेवा सदस्य की मौत का हवाला देते हुएअमेरिका-तालिबान शांति वार्ता को रद कर दिया था।
हालांकि किसी आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। लेकिन ये हमला ऐसे वक्त में हुआ है, जब पिछले दिन ही तालिबान ने अमेरिकी सैनिकों के खिलाफ बड़े हमले की चेतावनी दी है।
