बेंगलुरु से वाराणसी जा रहे एअर इंडिया के विमान में पैसेंजर ने कॉकपिट का दरवाजा खोलने की कोशिश की, जिससे विमान अंदर हड़कंप मच गया. उस यात्री ने सही पासकोड भी डाला, लेकिन कैप्टन ने हाईजैक होने के डर से दरवाजा नहीं खोला. ये शख्स अपने 8 अन्य साथियों के साथ यात्रा कर रहा था. इन सभी 9 यात्रियों को सीआईएसएफ को सौंप दिया गया.
सुरक्षा में नहीं हुई कोई चूक: एयर इंडिया
एयर इंडिया ने बताया, “हमें वाराणसी जाने वाले विमान को लेकर जानकारी मीडिया रिपोर्टों से मिली. एक यात्री टॉयलेट खोजते हुए कॉकपिट के प्रवेश क्षेत्र में पहुंच गया. हम लोगों को विश्वास दिलाना चाहते हैं. विमान में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं और किसी भी तरह की कोई चूक नहीं हुई. लैंडिंग के समय अधिकारियों को मामले की सूचना दे दी गई थी और फिलहाल इसकी जांच चल रही है.”
अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि यात्री ने कॉकपिट में घुसने की कोशिश क्यों की थी. एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट IX-1086 सुबह 8 बजे के बाद बेंगलुरु से उड़ान भरी थी. विमान के वाराणसी पहुंचने के बाद आरोपी यात्रियों को सीआईएसएफ के जवानों को सौंप दिया गया.
हाईजैक होने के डर से पायलट ने नहीं खोला दरवाजा
एयर इंडिया एक्सप्रेस के विमान के उड़ने के कुछ देर बाद ही यात्री ने कॉकपिट में जाने के लिए बने कोबिन गेट को खोलने की कोशिश की. कॉकपिट खोलने के लिए पासकोड डालते ही पायलट के पास इसका सिग्नल पहुंचा. जब पायलट ने सीसीटीवी देखा तो हाईजैक होने के डर से उन्होंने दरवाजा नहीं खोला. इस बात को लेकर भी सवाल उठने लगे कि आखिर इस पैसेंजर को कॉकपिट का पासकोड कैसे पता था?
रिपोर्ट के मुताबिक जिस यात्री ने कॉकपिट का दरवाजा खोलने की कोशिश की, वह पहली बार उड़ान भर रहा था. जब उससे पूछा गया कि उसने ऐसा क्यों किया तो उसने कहा कि वह टॉयलेट का इस्तेमाल करना चाहता था और उसे लगा कि यह वही दरवाजा है. हालांकि जब क्रू ने उसे बताया कि उसने कॉकपिट का दरवाजा खोलने की कोशिश की है तो वह चुपचाप वापस चला गया.