11 सितंबर 2001, इतिहास में दर्ज ये वो तारीख है, जब दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका पर खतरनाक आतंकवादी हमला हुआ था, ऐसा हमला जिसकी किसी ने कभी कल्पना भी नहीं की थी। आज 11 सितंबर 2001, को हुए आतंकवादी हमले को 18 बरस पूरे हो चुके हैं , लेकिन उस मनहूस दिन से जुड़े हादसे लोग आज भी नहीं भूल पाए हैं।
जहां कभी World Trade Center की दो चमचमाती इमारतें शान से खड़ी थी, आज 18 साल बाद यहां One World Trade Center की इमारत खड़ी है जो twin towers से भी काफी ऊंची है, ये इमारत इस बात की गवाह है कि आतंकवादी हमले से अमेरिका कैसे उबर कर एक बार फिरसे मजबूत होकर खड़ा है।
World Trade Centre पर हुए उस आतंकवादी हमले को जिसने भी देखा सन्न रह गया, 11 सितंबर के हमले को ज्यादातर, सितंबर 11 या 9/11 कहा जाता है, इस दिन संयुक्त राज्य अमेरिका के न्यूयार्क शहर पर आतंकवादी संगठन अल कायदा का हमला हुआ, 110 मंजिला World Trade Centre इमारतें जिन्हें Twin Towers भी कहा जाता है उन्हें निशाना बनाया गया।
उस दिन सुबह, अल कायदा के 19 आतंकवादियों ने चार वाणिज्यिक यात्री जेट एअरलाइनर्स का अपहरण कर लिया , और फिर जानबूझकर एक के बाद एक दोनों विमानों को WTC की बिल्डिंग से टकराकर एक बड़ा हमला किया गया।
इस टक्कर में विमानों पर सवार सभी लोग और बिल्डिंग के अंदर काम करने वाले हजारों लोग मारे गए । देखते ही देखते Twin Towers दो घंटे के अंदर ढ़ह गये, उनके आस पास की इमारतों को भारी नुकसान पहुंचा।
हालांकि ये हमला यहीं नहीं रुका, आतंकवादियों ने तीसरे विमान को वाशिंगटन डी.सी. के बाहर पेंटागन में टकरा दिया । वर्ल्ड ट्रेड सेन्टर पर हुए हमले में मारे गए 2,977 पीड़ितों में से न्यूयॉर्क शहर तथा पोर्ट अथॉरिटी के 343 अग्निशामक और 60 पुलिस अधिकारी थे, वहीं पेंटागन पर हुए हमले में 184 लोग मारे गए