तीन जून Maharashtra में तटवर्ती जिले रायगढ़ के अलीबाग में बुधवार को तकरीबन 1500 लोगों को बचा कर निकाला गया और उन्हें सुरक्षित और मजबूत आश्रय स्थल में पहुंचा दिया गया। CM उद्धव ठाकरे के कार्यालय ने यह जानकारी दी। चक्रवात ‘निसर्ग’ मुंबई से 95 किलोमीटर दूर स्थित अलीबाग से अपराह्न 12:30 बजे टकराया। मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया, “आज सुबह तकरीबन 1500 लोगों को निकाला गया और रायगढ़ के अलीबाग में सुरक्षित मजबूत आश्रय में पहुंचाया गया।”
Cyclone तूफान निसर्ग Maharashtra के तटीय इलाकों से टकराया मुंबई में निसर्ग तूफान अलीबाग के तट से टकराया। हालांकि तूफान का मुंबई के लिए खतरा लगभग खत्म हो चुका है। वहीं मुंबई के ज्यादातर इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश जारी रहेगी। साथ ही हवाएं 50 किमी प्रति घंटे से ज्यादा की रफ्तार से नहीं चलेंगी।
Maharashtra में तेज हवाओं और बारिश के कारण कई जगहों पर पेड़ टूटकर गिर गए। तूफान के मद्देनजर बांद्रा-वर्ली सी लिंक पर ट्रैफिक की आवाजाही रोक दी गई। Maharashtra में NDRF की टीमें तैनात की गई हैं। मुंबई, ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी में तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है। ऐसे में लोगों को घरों से बाहर ना निकलने की सलाह दी गई है। वही मुंबई एयरपोर्ट पर भी शाम सात बजे तक आवाजाही को रोक दिया गया है।
Cyclone से निपटने के लिए NDRF की 20 टीमें तैनात की गईं। इसमें मुंबई में 8 टीमें, रायगढ़ में 5 टीमें, पालघर में 2 टीमें, थाने में 2 टीमें, रत्नागिरी में 2 टीमें और सिंधूदुर्ग में 1 टीम की तैनाती है। वहीं, कुछ टीमों को स्टैंडबाई पर रखा गया था। दो हफ्ते में देश को दूसरे समुद्री तूफान का सामना करना पड़ रहा है। पहले अम्फान ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा में तबाही मचाई थी।
Weather विभाग के अनुसार Maharashtra के तटीय इलाकों से Cyclone तूफान करीब 120 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से टकराया। जिसके बाद मुंबई के ज्यादातर इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश देखी गई। तूफान के टकराने से पहले मौसम विभाग ने मुंबई में हाई टाइड के आने की आशंका भी जताई। मौसम विभाग ने बुधवार रात 9:48 बजे मुंबई में हाई टाइड की चेतावनी दी।
Maharashtra के तट से निसर्ग तूफान के टकराने के बाद रत्नागिरी इलाके में समंदर में ऊंची-ऊंची लहरें उठने लगीं। वहीं Cyclone निसर्ग के असर से उठी लहरें इतनी ऊंची थी कि समंदर किनारे बंधे जहाज भी हिलने लगे। फिलहाल तेज हवा और बारिश के बीच लोगों को घरों में रहने की हिदायत दी जा रही है। वहीं, तटीय इलाकों में जाने से रोका गया है।