केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बजट शेयर बाजार को जरा सा भी पसंद नहीं आया है। वित्त मंत्री ने टैक्स स्लैब में बड़ा बदलाव करने के अलावां डिविडेंड डिस्ट्रीब्यूशन टैक्स (डीडीटी) को भी खत्म करने का ऐलान किया है। इसके बावजूद बजट ने शेयर बाजार का मूड ऑफ कर दिया। कारोबारी सप्ताह के आखिरी दिन शनिवार को वित्त मंत्री के बजट पेश करने के बाद बाजार में बिकवाली बढ़ गयी और सेंसेक्स 900 अंकों से ज्यादा नीचे लुढ़क कर 40 हजार अंक के नीचे आ गया। वहीं निफ्टी भी 350 अंक नीचे आ गया और 11 हजार 650 अंक के स्तर पर आ गया। पिछले 10 वर्षों में यह पहली बार है कि बजट होने के तुरंत बाद शेयर बाजार में इतनी गिरावट दर्ज की गयी। #Budget2020 #JanJanKaBudget
जानकारों के अनुसार निवेशकों को वित्त मंत्री से कुछ ज्यादा की उम्मीद थी, लेकिन वित्त मंत्री ने जैसे-जैसे बजट पेश किया, वैसे-वैसे शेयर बाजार की उम्मीदें भी धड़ाम होती गईं। सेंसेक्स जहां तीन महीने के सबसे निचले स्तर पर बंद हुआ वहीं निफ्टी में अक्टूबर 2018 के बाद आज पहली बार इतनी बड़ी गिरावट दर्ज की गयी।
क्या है डिविडेंड डिस्ट्रीब्यूशन टैक्स!
डिविडेंड का अर्थ है लाभांश। जब कंपनियां अपने शेयरहोल्डर को कुल कमाई में से रकम बांटती हैं तो उसे डिविडेंड ( लाभांश) कहते हैं। सरकार कंपनियों से इस पर टैक्स वसूलती है। शनिवार को वित्त मंत्री ने इस टैक्स को खत्म करने का ऐलान किया है। इसका अर्थ है कि अब कंपनियां निवेशकों को ज्यादा रकम दे सकेंगी।