विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष Tejashwi Yadav ने मुख्यमंत्री पर नाबालिग से दुष्कर्म के एक आरोपित DSP को बचाने का आरोप लगाया है। तेजस्वी ने बयान जारी कर कहा कि आरोपित DSP केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) के अध्यक्ष का ओएसडी है। उस पर सिपाही भर्ती में भी धांधली का आरोप है। पर्षद के अध्यक्ष का वह करीबी है, जिसे पूरा प्रशासन और पुलिस महकमा जानता है। Tejashwi ने कहा कि पूर्व DGP एवं केंद्रीय चयन पर्षद के विवादित अध्यक्ष और CM की पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का कब से और कैसा संबंध है, यह सबको पता है। हालांकि तेजस्वी द्वारा यह सनसनीखेज आरोप लगाते ही जदयू ने भी तुरंत करारा जवाब दिया है।
पत्नी ने भी लगाए आरोप फिर भी गिरफ्तारी नहीं
तेजस्वी ने कहा कि उक्त DSP ने अनुसूचित जाति की एक नाबालिग से दुष्कर्म किया। ऐसा आरोप DSP की पत्नी भी मीडिया में लगा चुकी हैं, फिर भी गिरफ्तारी तो दूर, जांच को भी बाधित किया जा रहा है। प्राथमिकी दर्ज करने में भी देरी की गई। Tejashwi ने आरोप लगाया कि पूर्व DGP को मुख्यमंत्री का संरक्षण है और आरोपित पर दिखावटी कार्रवाई की जा रही है।
प्रदेश जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने सोमवार को कहा कि विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष Tejashwi Yadav आजकल अधकपारी जैसी बीमारी से पीडि़त लगते हैं। आमतौर पर यह बीमारी नींद नहीं पूरी होने की वजह से होती है।
संजय ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष आजकल जिस तरह से उटपटांग बयान दे रहे, उससे ऐसा लगता है कि विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद वह अब तक ठीक तरीके से सो नहीं पा रहे। बिना आधार के वह किसी पर कोई आरोप लगा दे रहे हैं। इससे वह हल्के हो जा रहे। ताज्जुब इस बात पर है कि अब Tejashwi अपने राजनीतिक विरोधियों के साथ-साथ प्रशासनिक अधिकारियों पर भी मनगढ़ंत आरोप लगाने लगे हैं। CM Nitish Kumar और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह के खिलाफ कोई आरोप लगाने से पहले तेजस्वी को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए।

