सांसों के लिए तरसती ज़िन्दगी : हर तरफ मौत, हर तरफ तबाही
अस्पतालों में जगह नहीं बची है। रिश्तेदार अपने मरीजों को यथासंभव गाड़ियों में लेकर एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल भाग रहे हैं। हालात ऐसे हैं की अस्पताल की गैलरी में भी इलाज को तैयार हैं। स्ट्रेचर पर भी इलाज मिल जाए तो भी खुशनसीबी समझ रहे हैं। कहीं बेड नहीं, तो कहीं आक्सीजन नहीं। अस्पताल …
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