T20 World Cup: भारत के वर्ल्ड कप अभियान में सिरदर्द बन सकती हैं 5 बातें, IPL 2021 ने दिए संकेत

आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2021 (ICC T20 World Cup) के लिए 15 सदस्यीय भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) का चयन हो चुका है. टी20 वर्ल्ड कप 17 अक्टूबर से ओमान और यूएई में खेला जाएगा. इस टूर्नामेंट के लिए भारत पांच स्पिनरों की टीम के साथ गया है. इसके अलावा, उन्होंने टीम में सूर्यकुमार यादव, ईशान किशन और वरुण चक्रवर्ती जैसे कुछ एक्स-फैक्टर खिलाड़ियों को भी शामिल किया है. इस तिकड़ी को टीम में शामिल करने में घरेलू सर्किट के साथ-साथ इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में इन खिलाड़ियों का परफॉर्मेंस भी वजह था. टी20 वर्ल्ड कप यूएई में होना है और आईपीएल 14 का दूसरा चरण भी यहीं खेला जा रहा है. ऐसे में खिलाड़ियों की तैयारी और मजबूत होगी.

आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप के लिए चुने गए खिलाड़ी आईपीएल का दूसरा चरण खेल रहे हैं. ऐसे में खिलाड़ी अधिक मैच खेलकर टी20 विश्व कप के लिए तैयार हो रहे हैं, लेकिन इसका दूसरा पहलू यह है कि चुने गए कुछ खिलाड़ियों ने आईपीएल में उदासीन फॉर्म दिखायी है, जो चिंता का कारण बना हुआ है. बीसीसीआई के पास टी20 विश्व कप टीम में 10 अक्टूबर तक बदलाव करने का समय है. हालांकि, चयनकर्ता अभी भी मूल रूप से चुनी गई टीम का समर्थन कर रहे हैं और उनका मानना है कि आउट ऑफ फॉर्म चल रहे खिलाड़ी जल्द ही फॉर्म में लौट आएंगे. फिलहाल वर्ल्ड कप से पहले ये पांच वजहें, भारतीय टीम के लिए चिंता का कारण बनी हुई हैं.

  1. हार्दिक पंड्या का गेंदबाजी नहीं करना: सबसे बड़ा और शायद सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक हादिक पंड्या का गेंदबाजी ना करना है. टीम की घोषणा करते हुए बीसीसीआई चयनकर्ताओं ने स्पष्ट कर दिया था कि यह ऑलराउंडर टी20 विश्व कप के दौरान गेंदबाजी करने के लिए फिट है. श्रीलंका के खिलाफ हार्दिक को गेंदबाजी करते हुए भी देखा गया था. ऐसे में फैन्स को उम्मीद थी कि वे हार्दिक को एक बार फिर से ऑलराउंडर के रूप में देखेंगे. लेकिन इसके विपरीत यूएई में खेले जा रहे आईपीएल के दूसरे चरण में हार्दिक ने एक भी ओवर नहीं फेंका है. मुंबई के हेड कोच महेला जयवर्धने ने कहा था कि प्रबंधन उन पर जोर नहीं देना चाहता, क्योंकि इससे उसकी बल्लेबाजी प्रभावित हो सकती है. मुंबई इंडियंस के कोच का यह बयान भारतीय प्रबंधन को चिंतित कर सकता है. कोहली ने अपने कई इंटरव्यू में कहा है कि टीम संतुलन बनाए रखने के लिए पंड्या कैसे महत्वपूर्ण हैं. अगर वह बल्लेबाज के रूप में खेलते हैं, तो भारत को फिर से सात बल्लेबाजों का सहारा लेना होगा.
  2. राहुल चाहर को शामिल करना: लेग स्पिनर राहुल चाहर को युजवेंद्र चहल पर तरजीह देकर तेज लेग स्पिन गेंदबाजी करने की क्षमता के कारण टीम में शामिल किया गया था. चाहर ने अपनी राज्य टीम राजस्थान और साथ ही आईपीएल में मुंबई इंडियंस के लिए काफी नाम कमाया. उनके पास श्रीलंका के खिलाफ एक शानदार सफेद गेंद की सीरीज भी थी, क्योंकि उन्होंने अपने पहले वनडे मैच में तीन विकेट लिए थे और दो टी20 इंटरनेशनल में चार विकेट लिए थे. मुंबई इंडियंस के लिए आईपीएल में चाहर का प्रभावशाली प्रदर्शन भी चयनकर्ताओं के लिए उन्हें टी20 विश्व कप टीम में शामिल करने वाले के कारणों में से एक था. आईपीएल के भारत चरण में उन्होंने 11 मैचों में 11 विकेट लिए थे, लेकिन अब तक यूएई लेग में वह काफी हद तक अप्रभावी दिखे हैं और चार मैचों में केवल दो विकेट लिए हैं. चाहर के अलावा भारत के पास टी20 विश्व कप टीम में चार और स्पिनर हैं, लेकिन लेग स्पिनर की हालिया फॉर्म प्रबंधन के लिए चिंता का विषय है.
  3. सूर्यकुमार यादव का आउट ऑफ फॉर्म होना: मुंबई इंडियंस के स्टार बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव का आईपीएल 2020 में परफॉर्मेंस शानदार रहा था. आईपीएल 2018 में 512, आईपीएल 2019 में 424 और आईपीएल 2020 में 480 रन बनाने वाले सूर्यकुमार यादव यूएई लेग में आउट ऑफ फॉर्म नजर आ रहे हैं. आईपीएल 2021 में उन्होंने अब तक 12 मैचों में 18.50 की औसत से 222 रन ही बनाए हैं. भारत की तरफ से खेलते हुए वनडे और टी20 में बहुत कम वक्त में उन्होंने अपना प्रभाव छोड़ा है, लेकिन आईपीएल मे उनकी यह खराब फॉर्म फिलहाल चिंता का बड़ा कारण बनी हुई है.
  4. ईशान किशन का मुंबई इंडियंस प्लेइंगXI से बाहर होना: ईशान किशन को खराब परफॉर्मेंस की वजह से मुंबई इंडियंस की प्लेइंग इलेवन से ही ड्रॉप कर दिया गया है. हालांकि, टीम प्रबंधन अभी सूर्यकुमार यादव के साथ बना हुआ है. सूर्यकुमार और ईशान किशन की जोड़ी को पावर हिटर कायरान पोलार्ड और हार्दिक पंड्या जैसे बड़े खिलाड़ियों की तरह बेबाकी से खेलते हैं. लेकिन इस साल कहानी काफी अलग रही है, क्योंकि दोनों खिलाड़ियों ने खराब प्रदर्शन किया है, जिसके कारण मुंबई इंडियंस को बीच के ओवरों में संघर्ष करना पड़ा है. भारतीय प्रबंधन चिंतित होगा, क्योंकि उन्होंने दोनों खिलाड़ियों को उनके निडर दृष्टिकोण और एक्स-फैक्टर क्षमता के आधार पर चुना था. हालाँकि तेरहवें मुकाबले में ईशान ने पचासा जड़कर कुछ सुकून जरूर दिया है।
  5. भुवनेश्वर कुमार की हालिया फॉर्म: इंग्लैंड के खिलाफ सीमित ओवरों की सीरीज के दौरान भारतीय टीम में तत्काल बदलाव किया गया था. जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति में भुवनेश्वर कुमार ने अच्छी तरह से आक्रमण का नेतृत्व किया और पांच टी20 इंटरनेशनल में चार विकेट लिए. बाद में उन्होंने तीन टी20 इंटरनेशनल मैचों में पांच विकेट लेकर श्रीलंका सीरीज के दौरान उस फॉर्म को जारी रखा. न केवल विकेट, बल्कि विरोधियों पर कड़ी पकड़ बनाए रखने में वह हमेशा प्रभावी रहे हैं. भुवी फिलहाल आईपीएल के यूएई चरण में खेल रहे हैं और आश्चर्यजनक रूप से प्रभावी नजर नहीं आ रहे. सनराइजर्स हैदराबाद के लिए उन्होंने यूएई में चार मैचों में सिर्फ दो विकेट लिए हैं. वह शायद ही पावरप्ले और डेथ ओवरों में शानदार प्रदर्शन करते हुए नजर आए हैं. आगामी टी20 विश्व कप जल्द ही शुरू होने वाला है. ऐसे में भारतीय प्रबंधन उम्मीद कर रहा होगा कि भुवी जल्द ही फॉर्म में वापस लौट आएं.

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