निर्भया काण्ड के बाद हैदराबाद गैंगरेप और मर्डर केस ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है । इस केस के बाद पूरे देश में गुस्से का माहौल है और सभी का सवाल यही था कि आखिर आरोपियों को मौत की सजा कब होगी । फिर हैदराबाद पुलिस ने ब्रहस्पतिवार को घटना स्थल पर ले जा कर उन चारों आरोपियों का एनकाउंटर कर दिया । और इस एनकाउंटर के बाद अब चीफ जस्टिस शरद अरविंद बोबडे ने भी एक बड़ा बयान दिया है । आरोपियों के एनकाउंटर में मारे जाने की घटना की आलोचना की है । जोधपुर में एक कार्यक्रम में जस्टिस शरद अरविंद बोबडे ने कहा कि न्याय कभी भी आनन-फानन में नहीं किया जाना चाहिए । उन्होंने कहा कि अगर न्याय बदले की भावना से किया जाए तो अपना मूल चरित्र खो देता है ।
जोधपुर में राजस्थान हाईकोर्ट की नई इमारत के उद्घाटन समारोह में जस्टिस एस ए बोबड़े ने कहा, “मैं नहीं समझता हूं कि न्याय कभी भी जल्दबाजी में किया जाना चाहिए, मैं समझता हूं कि अगर न्याय बदले की भावना से किया जाए तो ये अपना मूल स्वरूप खो देता है” । उन्होंने कहा कि न्याय को कभी भी बदले का रूप नहीं लेना चाहिए । बता दें कि हैदराबाद की एक पशु चिकित्सक युवती से सामूहिक दुष्कर्म करने के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी ।