अपने चाचा से जारी सियासी तकरार के बीच चिराग पासवान (Chirag Paswan) जनता का समर्थन हासिल करने निकले थे. इसके लिए उन्होंने 5 जुलाई से आशीर्वाद यात्रा (Ashirwad Yatra) शुरू की थी, लेकिन अब उसे बीच में ही छोड़कर चिराग शनिवार को अचानक दिल्ली लौट गए हैं. दरअसल दिल्ली हाई कोर्ट में शुक्रवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के उस आदेश को जिसमें पशुपति कुमार पारस (Pashupati Kumar Paras) को पार्टी के संसदीय दल का नेता बनाया गया था. उसे चुनौती दी गई थी. उस याचिका के खारिज हो जाने के बाद चिराग पासवान आशीर्वाद यात्रा बीच में छोड़ कर शनिवार को दिल्ली चले गए.
चिराग ने अचानक अपनी आशीर्वाद यात्रा छोड़कर जाने के पीछे की वजह बताते हुए कहा की वो दिल्ली में अपनी पार्टी के लीगल सेल के साथ मीटिंग करने वाले हैं. मीटिंग में दिल्ली हाईकोर्ट की तरफ से की गई टिप्पणी के आधार पर चर्चा की जाएगी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला के फैसले को आगे किस प्रकार से चुनौती देनी है, इस बारे में फैसला लिया जाएगा. क्योंकि इस मामले में देर करना चिराग उचित नहीं समझ रहे हैं, इसलिए आनन फानन में अपनी यात्रा को स्थगित करके वो दिल्ली चले गए.
चिराग पासवान के आशीर्वाद यात्रा का पहला चरण 12 जुलाई तक पुरा होना था. हाजीपुर, समस्तिपूर, बेगूसरांय और ख़गड़िया के बाद पार्टी नेताओं के अनुसार, चिराग को कटिहार, पूर्णिया और अररिया में जाना था, लेकिन इस यात्रा को बीच में ही छोड़कर चिराग को दिल्ली जाना पड़ा. अब इन जगहों पर उनकी आशीर्वाद यात्रा 16, 17 और 18 जुलाई को होगी.