देश में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के कारण भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने हाल में आगामी घरेलू क्रिकेट सीजन को स्थगित करने का फैसला किया था. हालांकि अब बीसीसीआई अधिकारियों ने बैठक की और रणजी ट्रॉफी समेत अन्य घरेलू टूर्नामेंट को शुरू करने के विकल्पों पर चर्चा की. बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने इसकी पुष्टि भी की है कि बोर्ड रणजी ट्रॉफी को 2 चरणों में आयोजित करने की योजना बना रहा है. बैठक में बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह ने भी हिस्सा लिया.
बीसीसीआई कोषाध्यक्ष अरुण कुमार धूमल ने गुरुवार को कहा कि बोर्ड की रणजी ट्रॉफी को 2 चरणों में आयोजित करने की योजना है जिस पर काम चल रहा है. रणजी ट्रॉफी में 38 टीम हिस्सा लेती हैं. भारत के इस घरेलू टूर्नामेंट आयोजन 13 जनवरी से किया जाना था लेकिन कोविड-19 की तीसरी लहर के कारण उसे अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने का फैसला लेना पड़ा.
देश में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के कारण बोर्ड को यह प्रथम श्रेणी प्रतियोगिता स्थगित करनी पड़ी थी. बीसीसीआई की योजना 27 मार्च से इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का आयोजन करने की है और ऐसे में एक चरण में रणजी ट्रॉफी का आयोजन संभव नहीं लगता है लेकिन कई राज्य इकाइयों के आग्रह के बाद बोर्ड इसको लेकर बैठक में चर्चा की.
धूमल ने बैठक के बाद पीटीआई से कहा, ‘हम रणजी ट्रॉफी के आयोजन की संभावना तलाश रहे हैं. जब इसे स्थगित किया गया तब मामले बढ़ रहे थे. अब लगता है कि मामले कम हो रहे हैं. संचालन टीम इस पर काम कर रही है कि क्या हम अगले महीने लीग चरण का आयोजन कर सकते हैं और बाकी टूर्नामेंट बाद में (आईपीएल के बाद) पूरा कर सकते हैं.’
अभी की योजना के अनुसार लीग चरण का आयोजन फरवरी से मार्च तक एक महीने करने की है जबकि अगला चरण जून – जुलाई में आयोजित किया जाएगा जबकि देश के कुछ क्षेत्रों में मानसून शुरू हो जाता है जबकि कुछ हिस्सों में गर्मी अपने चरम पर होती है.
धूमल ने कहा, ‘संचालन टीम मौसम के अलावा स्थलों की उपलब्धता और खिलाड़ियों की उपलब्धता पर भी काम करेगी. हम टूर्नामेंट के आयोजन के इच्छुक हैं और इसलिए हम खिलाड़ियों की सुरक्षा से समझौता किए बिना इसके आयोजन के लिए संभावनाएं तलाश रहे हैं.’ महामारी के कारण पिछले सत्र में भी रणजी ट्रॉफी का आयोजन नहीं हो पाया था.