भारत और न्यूजीलैंड के बीच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले जा रहे दूसरे और आखिरी टेस्ट में इतिहास रचा गया और ऐसा करने वाला कोई दिग्गज नहीं, बल्कि 11वां टेस्ट खेल रहे न्यूजीलैंड के बाएं हाथ के स्पिनर एजाज पटेल (Ajaz Patel) हैं. उन्होंने मुंबई टेस्ट में भारत की पहली पारी के सभी 10 विकेट झटके. वो भारतीय लेग स्पिनर अनिल कुंबले (Anil Kumble) और इंग्लैंड के जिम लेकर के बाद एक पारी में सभी 10 बल्लेबाजों को आउट करने वाले दुनिया के तीसरे गेंदबाज बने.
एजाज पटेल (Ajaz Patel) ने आखिरी बल्लेबाज के रूप में मोहम्मद सिराज को आउट कर इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज करा लिया. सिराज का कैच रचिन रवींद्र ने पकड़ा. सिराज 4 रन बनाकर आउट हुए. यानी दो भारतीयों ने ही मिलकर भारत के खिलाफ इतिहास रच दिया. दरअसल, एजाज का भारत से खास कनेक्शन है. उनका जन्म 21 अक्टूबर 1988 को मुंबई में ही हुआ था. लेकिन आठ साल की उम्र में परिवार के साथ न्यूजीलैंड चले गए थे और फिर वहीं से क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया. दूसरी ओर, रचिन रवींद्र भी भारतीय मूल के हैं.
रचिन रवींद्र (Rachin Ravindra) का जन्म 18 नवंबर 1999 को वेलिंग्टन में हुआ था. उनके माता-पिता बेंगलुरु के रहने वाले हैं. उनके पिता रवि कृष्णमूर्ति बेंगलुरु में बतौर सॉफ्टवेयर सिस्टम आर्किटेक्ट काम करते थे. लेकिन 1990 के दशक में वो न्यूजीलैंड चले गए थे. वहां उन्होंने हट हॉक्स नाम से एक क्रिकेट क्लब शुरू किया. वो इस क्लब के खिलाड़ियों को अक्सर भारत दौरे पर लाते थे. इसी दौरान रचिन भी क्रिकेट खेलने के लिए भारत आए. रचिन का नाम सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ के नाम को मिलाकर रखा गया है. इसमें राहुल द्रविड़ के RA और सचिन के नाम से Chin शब्द मिलाकर इस बल्लेबाज का नाम रखा गया है.
रचिन के पिता रवि कृष्णमूर्ति पूर्व तेज गेंदबाज और मैच रेफरी जवागल श्रीनाथ के अच्छे दोस्त हैं. दोनों ने साथ में बैंगलोर में क्रिकेट खेला है.
इससे पहले, कानपुर टेस्ट में भी भारतीय मूल के इन दो खिलाड़ियों ने टीम इंडिया को जीत के लिए तरसाया था. तब एजाज पटेल और रचिन रवींद्र ने टीम इंडिया से जीत छीन ली थी. इस जोड़ी ने कानपुर टेस्ट में आखिरी मौकों पर बेहतरीन बैटिंग कर मैच ड्रॉ करा लिया था. भारतीय टीम (Team India) को इस मैच के आखिरी 8.4 ओवर में सिर्फ एक विकेट की जरूरत थी, लेकिन रचिन और एजाज की जोड़ी नहीं टूटी. रचिन का यह डेब्यू टेस्ट था.