‘विश्व पर्यावरण दिवस’-5 जून

बड़े पैमाने पर औद्योगिकीकरण शहरीकरण खनिज संसाधनों की निकासी कुछ ऐसे कारक हैं जिन्होंने हमारे Environment के साथ खिलवाड़ किया है और इससे भारी क्षति भी हुई है। Nature के बिना Life की कल्पना नहीं की जा सकती। सांस लेने से लेकर भोजन सहित जीवन की हर आवश्यकताओं के लिए Nature सबसे महत्वपूर्ण है। जिस Nature से हमारे जीवन का अस्तित्व जुड़ा हुआ है, उसका तेजी से दुरुपयोग किया जा रहा है। जीवन में Nature की आवश्यकताओं के बारे में लोगों को जागरूक करने और Nature को हो रहे नुकसान को रोकने के लिए हर साल 5 जून को ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।

हर वर्ष एक थीम रखकर उस पर काम किया जाता है। इस साल के पर्यावरण दिवस का थीम है – ‘टाइम फॉर नेचर’ यानी प्रकृति के लिए समय और बायोडायवर्सिटी। इसका उद्देश्य पृथ्वी पर जीवन के लिए जैव विविधताओं के महत्व पर ध्यान केंद्रित करना है। हमारी जीवनशैली में बदलाव के कारण पर्यावरण की स्थिति तेजी से खराब हुई है। प्रौद्योगिकी ने हमारे जीवन को आरामदायक बना दिया है लेकिन पर्यावरण ने नकारात्मक परिणामों का सामना किया है। इस विश्व पर्यावरण दिवस 2020 पर हम कुछ ऐसे तरीकों पर नज़र डालते हैं, जिनसे हम Environment की रक्षा में योगदान दे सकते हैं।


प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद करें

आज के समय में प्लास्टिक हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है लेकिन यह Environment अस्वस्थ बनाने में अहम भूमिका निभा रहा है। सिंगल यूज प्लास्टिक पॉल्यूशन फैला रहा है। यह नालियों को बंद कर रहा है जिससे भूमिगत जल को नुकसान पहुंच रहा है। साथ ही पानी में रहने वाले कछुए, मछली, सीबर्ड और अन्य जीव जन्तुओं को नुकसान पहुंचा रहा है। पर्यावरण को बचाने के लिए प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद करें।

ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाएं
हवा को शुद्ध करने के लिए अधिक संख्या में पौधे लगाने जरूरी हैं। पेड़-पौधे न केवल मनुष्य का स्वास्थ्य अच्छा रखते हैं बल्कि पर्यावरण को भी स्वस्थ बनाएं रखते हैं। यह मौसम पर भी नियंत्रण रखते हैं। ज्यादा पौधे लगाने से Environment में ऑक्सीजन की मात्रा सही बनी रहती है। साथ ही ज्यादा पेड़ पौधे से जीव जन्तु भी स्वस्थ रहते हैं।

अन्य एनर्जी सोर्स का करें इस्तेमाल
ज्यादातर बिजली का उत्पादन कोयले से होता है जिसके चलते कार्बन डायऑक्साइड और निट्रस ऑक्साइड हवा में फैलती है एयर पॉल्यूशन करती है। वहीं पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल से भी Environment दूषित होता है। ऐसे में Environment को बचाने के लिए सोलर, विंड और जियोथर्मल एनर्जी का इस्तेमाल किया जा सकता है। इनसे बनी बिजली का प्रयोग करें।

बारिश के पानी का संग्रहण
देश की बढ़ती जनसंख्या जिस प्रकार से पानी का इस्तेमाल कर रही है ऐसे में जल्द ही पानी के संकट से जूझना पड़ सकता है। पानी के इस संकट से निपटने के लिए जल बचाना और बारिश के पानी का संग्रहण करना बहुत ही जरूरी है। इससे लोग भी स्वस्थ रह सकेंगे और पर्यावरण भी।


पब्लिक ट्रांसपोर्ट का करें इस्तेमाल
सड़कों पर दौड़ती असंख्य गाड़ियां एसर पॉल्यूशन का सबसे बड़ा स्त्रोत होती हैं। Environment को बचाने के लिए जरूरी है कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल किया जाए। अधिक संख्या में अपनी गाड़ी का इस्तेमाल न कर घर के सभी सदस्य पब्लिक ट्रांसपोर्ट की मदद से आवाजाही करें। इससे Environment में पॉल्यूशन को फैलने से रोकने में मदद मिलेगी।

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