विश्व स्वास्थ्य संगठन ने Corona संक्रमण को लेकर एक बार फिर अलर्ट किया है। WHO के डायरेक्टर ने कहा कि बहुत से वैक्सीन इस वक्त तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल में हैं और हम उम्मीद कर रहे हैं कि बहुत सी वैक्सीनें लोगों को इन्फेक्शन से बचाने के लिए बन जाएंगी। हालांकि, इस वक्त Corona का कोई रामबाण इलाज नहीं है और शायद कभी होगा भी नहीं।’ उन्होंने यह भी कहा है कि अभी हालात सामान्य होने में और वक्त लग सकता है। वहीं, डब्ल्यूएचओ ने कहा कि ब्राजील और भारत जैसे देशों में ट्रांसमिशन रेट ज्यादा है और उन्हें बड़ी जंग के लिए तैयार रहना चाहिए। अभी इससे बाहर निकलने का रास्ता लंबा है और इसमें प्रतिबद्धता की जरूरत है।
विश्वभर में फैली Corona महामारी के बीच WHO के डायरेक्टर ने कहा कि 3 महीने पहले हुई WHO की इमर्जेंसी कमेटी की बैठक के बाद से दुनियाभर में Corona संक्रमण के मामले 5गुना से ज्यादा बढ़कर 1 करोड़ 75 लाख हो चुके हैं। विश्वभर में मृतकों का आंकड़ा भी तीन गुना बढ़कर 6 लाख 80 हजार तक पहुंच गया है।
ता दें कि डब्ल्यूएचओ द्वारा गठित Covid-19 संबंधी आपात कमेटी में 17 सदस्य और 12 सलाहकार हैं। इन सभी लोगों का कहना है कि ये वैश्विक महामारी अभी भी अंतरराष्ट्रीय मामलों में सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात की श्रेणी में रखी जाएगी।
कई देशों ने इस वायरस को काबू करने के लिए देश में सख्त Lockdown का सहारा लिया और 2 से 3 महीनों के लिए लगभग सभी क्षेत्रों में काम को बंद कर दिया लेकिन इससे इन देशों की अर्थव्यवस्था पर गहरा असर पड़ा।
गौरतलब है कि दुनियाभर में Corona संकट के बीच लोगों को वैक्सीन का इंतजार है। इसको लेकर दुनियाभर के वैज्ञानिक शोध और ट्रायल में लगे हुए हैं। इस बीच भारत में ऑक्सफोर्ड की कोरोना वैक्सीन के दूसरे और तीसरे चरण के ह्यूमन ट्रायल को मंजूरी मिल गई है। एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, देश की शीर्ष दवा नियामक- ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) को भारत में ऑक्सफोर्ड की संभावित Corona वैक्सीन के दूसरे और तीसरे चरण के मानव ट्रायल को मंजूरी मिल गई है।