कोरोना वायरस से जंग में डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टॉफ अपनी परवाह किए बगैर एक योद्धा की तरह मरीजों का उपचार कर रहा है। उनके लिए PPE किट बेहद जरूरी है। भीषण गर्मी के इस मौसम में जहां लोगों को हल्के कपड़े भी पहनना मुश्किल हो रहा है, वहीं PPE किट पहनने वाले ये योद्धा पसीने से तरबतर हो रहे हैं। उनकी इस समस्या का समाधान लेकर अब यूपीटीटीआइ आ रहा है, वह बहुत जल्द फिल्टर युक्त PPE किट तैयार करने जा रहा है।
45 डिग्री तापमान के बीच पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट (पीपीई) किट पहनकर Corona पीडि़तों का इलाज करना डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ के लिए मुश्किल भरा है। शरीर में हवा न लगने से गर्मी और पसीने से उनका हाल-बेहाल है। अब उनकी सहूलियत के लिए उत्तर प्रदेश टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट (यूपीटीटीआइ) ने पहल की है। संस्थान PPE किट को आरामदायक बनाने में जुटा है। किट में हवा के प्रसार के लिए ऐसे हिस्सों में फिल्टर लगाए जाएंगे, जहां से संक्रमण का खतरा नहीं होगा। विशेषज्ञों का दावा है कि इसे बिना दिक्कत के दो घंटे या उससे अधिक समय तक पहना जा सकेगा।
संस्थान के निदेशक प्रो. मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि किट पॉलीप्रोपाइलीन से बनाई जाएगी, जबकि उसमें पॉलीएस्टर नैनो फाइबर का इस्तेमाल किया जाएगा। इसमें कमर के नजदीक, अंडर आर्म, घुटने के पास फिल्टर लगाए जाएंगे। इनको लंबाई में न लगाकर कुछ-कुछ दूर लगाया जाएगा। इससे संक्रमण का खतरा भी नहीं रहेगा। स्ट्रेचेबल होगी किट। विशेषज्ञों के मुताबिक किट को स्ट्रेचेबल बनाने की तैयारी भी चल रही है। अंदर से आरामदायक रहे और डॉक्टरों को बिल्कुल उलझन न हो। यह पसीना भी सोख लेगी। कुछ अन्य फैब्रिक्स का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन पर वायरस की सक्रियता की जांच की जा रही है। इसमें निजी टेक्सटाइल कंपनियों का सहयोग लिया जा रहा है।