यूपी बोर्ड की परीक्षा शुरू होने में कुछ ही महीने बाकी रह गए हैं। यूपी बोर्ड 10वीं (हाईस्कूल) और यूपी बोर्ड (इंटरमीडिएट) के छात्रों ने अपनी तैयारिया तेजी से कर रहे है। छात्र सिलेबस पूरा करने, कॉन्सेप्ट क्लियर करने और रिवीजन करने की रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं। यूपी बोर्ड 2020 परीक्षाएं 18 फरवरी 2020 से शुरू होंगी। हाईस्कूल की परीक्षाएं 12 और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 15 दिन तक चलेंगी।
हाईस्कूल की परीक्षाएं 12 और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 15 दिन तक चलेंगी। 15 से 25 मार्च तक सिर्फ दस दिनों में कॉपियों का मूल्यांकन होगा। इसके लिए कॉपी चेक करने वाले अध्यापकों की संख्या बढ़ाई जाएगी। इस बार प्रमाणपत्र व अंकपत्र अंग्रेजी व हिन्दी दो भाषाओं में जारी होगा। हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की ए व बी कॉपियों यानी चारों में लाइन का रंग अलग-अलग होगा।
15 से 25 मार्च तक सिर्फ दस दिनों में कॉपियों का मूल्यांकन होगा। नकल रोकने के लिए इस बार ‘बी’ कॉपी पर भी क्रमांक डाला जाएगा। सभी आंसर शीट पर लाइन का रंग अलग-अलग होगा। इस वर्ष हुई बोर्ड परीक्षाओं में सभी कॉपियों पर क्रमांक डालने की व्यवस्था की गई है।
संयुक्त राष्ट्र संघ ने दुनियाभर के विभिन्न देशों की 2017 में जनसंख्या का जो अनुमान लगाया था उसके मुताबिक 81 देश ऐसे हैं जहां 56 लाख या उससे कम लोग हैं। इस साल बोर्ड परीक्षार्थियों की संख्या में लगभग दो लाख छात्र-छात्राओं की कमी हुई है। मजे की बात यह है कि 31 देश ऐसे हैं जिनकी कुल जनसंख्या छह लाख नहीं है। 2019 की परीक्षा के लिए 5795756 छात्र-छात्राएं पंजीकृत थे जबकि 2020 में यह संख्या 56,01,034 है।
दुनिया की सबसे बड़ी परीक्षा कराने वाली संस्था यूपी बोर्ड से 2020 की परीक्षा में शामिल हो रहे छात्र-छात्राओं की संख्या दुनिया के 81 देशों की अपनी जनसंख्या से भी अधिक है। 18 फरवरी से प्रस्तावित हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए इस साल 56,01,034 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। परीक्षा की व्यापकता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बोर्ड परीक्षार्थियों की संख्या विश्व के 194 देशों में से 81 (42 प्रतिशत देशों) की जनसंख्या से भी ज्यादा है।