गुजरात में राज्यसभा की 4 सीटों के लिए होने वाले चुनाव से पहले Congress को झटका लगा है। गुरुवार को पार्टी के दो विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है, जबकि तीसरे विधायक के भी इस्तीफे की आशंका जताई जा रही है। 19 जून को 4 सीटों के लिए चुनाव होना है। एक दिन पहले ही Congress के कुछ विधायकों ने CM विजय रूपाणी और उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल से मुलाकात की थी, जिसे उन्होंने Corona को लेकर हुई चर्चा करार दिया था।
सूत्रों के अनुसार करजन सीट के विधायक अक्षय पटेल ने इस्तीफा दे दिया है, जबकि कपराडा से विधायक जीतू चौधरी अब पार्टी के साथ संपर्क में नहीं हैं। पार्टी मानकर चल रही है कि उन्होंने भी इस्तीफा दे दिया है। वहीं एक और विधायक के इस्तीफा देने की आशंका भी जताई जा रही है। ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी के एक नेता ने कहा कि अगर BJP दूसरे राज्यों में ऐसी चीजें कर सकती है तो फिर गुजरात तो उनका होम ग्राउंड है।
जानिए क्या है समीकरण
इस बार गुजरात में राज्यसभा की 4 सीटें खाली हुई हैं। गुजरात विधानसभा में BJP के 103 विधायक हैं। Congress के 68, भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के 2 और NCP का एक विधायक है। राज्यसभा की एक सीट जीतने के लिए 35.01 वोट की दरकार होगी। अभी तक Congress बीटीपी के 2 विधायकों और एक निर्दलीय के साथ अपनी संख्या को 71 के रूप में देख रही थी। इस तरह वह 2 सीटें आसानी से जीतने का सपना देख रही थी।
वहीं दूसरी तरफ BJP को 3 सीटें जीतने के लिए 106 विधायकों के साथ की जरूरत पड़ेगी। इसका मतलब है कि BJP को अपने तीनों उम्मीदवारों को जिताने के लिए 3 और वोटों की जरूरत होगी। BJP ने अभय भारद्वाज, रमीला बारा और नरहरी अमीन को मैदान में उतारा है, जबकि Congress ने वरिष्ठ नेता शक्तिसिंह गोहिल और भरतसिंह सोलंकी को उम्मीदवार बनाया है। BJP ने नरहरि अमीन को तीसरे उम्मीदवार के तौर पर उतार दिया है।
गुजरात में एक बार फिर से 2017 जैसी स्थिति बनती दिख रही है। 2017 में इसी तरह BJP ने गुजरात में एक अतिरिक्त उम्मीदवार उतारकर कांग्रेस के दिग्गज अहमद पटेल की सीट फंसा दी थी। Congress के 6 विधायकों ने तब चुनाव से ठीक पहले इस्तीफा दे दिया था। एक वोट निरस्त होने की वजह से किसी तरह अहमद जीत पाए थे लेकिन इसके लिए Congress को चुनाव आयोग से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई लड़नी पड़ी थी।