मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार रहेगा या जाएगी, इसपर पूरे देश की निगाह टिकी हुई है। कांग्रेस सूबे में अपनी सरकार बचाने का हरसंभव प्रयास कर रही है। ऐसे कयास लगाये जा रहे हैं कि विधानसभा अध्यक्ष 22 में से 21 कांग्रेस के बागी विधायकों का इस्तीफा नामंजूर कर सकते हैं। इसके पीछे का तर्क यह दिया जा रहा है कि इन्होंने अपने इस्तीफे में राज्य ‘विधानसभा’ शब्द अंकित नहीं किया है।
इन 22 में से केवल एक मात्र विधायक बिजेंद्र सिंह यादव हैं जिन्होंने अपने इस्तीफे में विधानसभा शब्द लिखा है जबकि अन्य बागी कांग्रेस विधायकों ने केवल सभा लिखकर छोड़ दिया है। इसके अलावा एक और तर्क भी है। इन विधायकों ने इमेल के जरीए अपना इस्तीफा दिया है। ये व्यक्तिगत रूप से उपस्थित नहीं हुए हैं।