नागरिकता कानून पर पोस्ट को लेकर बेटी के बचाव में उतरे पापा सौरभ गांगुली

नागरिकता काननू के विरोध में पोस्ट को लेकर आलोचकों के निशाने पर आई बेटी के बचाव में खुद सौरभ गांगुली उतर आये हैं । BCCI प्रमुख और पूर्व भारतीय कप्तान ने ट्विटर पर कहा कि उनकी बेटी अभी काफी युवा हैं और उन्हें राजनीतिक मामलों की समझ नहीं है। गांगुली ने सोशल मीडिया पर अपनी बेटी को राजनीति से दूर रखने की अपील भी की। सना गांगुली के इंस्टाग्राम अकाउंट से फासीवाद के विरोध में एक पोस्ट डाली गई थी जो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई, लेकिन बाद में वह पोस्ट हटा ली गई।

देर रात पूर्व भारतीय कप्तान ने ट्वीट किया, ‘कृपया सना को इन सबसे बाहर रखें… यह पोस्ट सच नहीं है… राजनीति में कुछ भी समझने के लिए वह बहुत छोटी है।’ इस ट्वीट को पूर्व कप्तान ने अपना पिन ट्वीट भी बनाया है। इसके साथ ही उन्होंने बुधवार देर शाम बेटी के स्कूल के आखिरी दिन की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि 14 साल के स्कूल लाइफ का आज आखिरी दिन है।

गांगुली की 18 साल की बेटी सना फिलहाल 12वीं में हैं। अपनी मां की ही तरह वह भी एक ट्रेंड ओडिशी डांसर हैं और कई बार उनके साथ स्टेज परफॉर्मेंस भी दे चुकी हैं। सना ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर खुशवंत सिंह की किताब के एक अंश को पोस्ट किया था। मशहूर लेखक खुशवंत सिंह की किताब ‘द एंड ऑफ इंडिया’ के एक अंश को उन्होंने इंस्टाग्राम पर शेयर किया था। पोस्ट में लिखा था कि फासीवादी ताकतें हमेशा एक या दो कमजोर वर्ग को निशाना बनाती हैं। इसी पोस्ट में आगे लिखा था, ‘नफ़रत के आधार पर उपजा आंदोलन तभी तक चल सकता है जब तक भय और संघर्ष का माहौल बना रहे। आज हम में से जो लोग यह सोच कर ख़ुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं कि वो मुसलमान या ईसाई नहीं हैं, वो मूर्खों की दुनिया में जी रहे हैं।’ बाद में वह पोस्ट डिलीट कर दी गई।

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