राखी तो है पर सुशांत नहीं..छलका सुशांत की बहन का दर्द, लिखा- आरती का दिया जल रहा, वो ललाट नहीं जिसपर टीका सजा सकूं

राखी तो है पर बहनों का दुलारा सुशांत नहीं। हर साल इकलौते भाई की कलाई पर राखी बांधने वाली उसकी बहनों ने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा कि साल 2020 उनके लिये इतना मनहूस साबित होगा। जिस भाई ने उनकी डोली उठायी वह एक दिन उन सभी से बहुत दूर चला जायेगा। लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था।

सुशांत की मौत ने उनकी बहनों को अंदर तक तोड़ कर रख दिया है। सुशांत सिंह की 3 बहनें हैं। बड़ी बहन रानी सिंह, मंझली बहन श्वेता कृति सिंह और छोटी मीतू सिंह हैं। श्वेता अमेरिका, रानी सिंह फरीदाबाद जबकि मीतू मुंबई में रहती हैं। इस राखी में भाई का साथ छूट जाने को लेकर तीनों बहनों के उपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। बहनें अपने भाई के गुनहगारों को सजा दिलाने के लिये बड़ी लड़ाई लड़ रही हैं। उन्होंने आगे लिखा है, ’35 साल के बाद यह पहला अवसर है जब पूजा की थाल सजी है। आरती का दिया भी जल रहा है। बस वो चेहरा नहीं है जिसकी आरती उतार सकूं। वो ललाट नहीं है जिसपर टीका सजा सकूं। वो कलाई नहीं जिस पर राखी बांध सकूं।’

हाल ही में सुशांत की बहन श्वेता ने PM नरेंद्र मोदी को भी खबर लिखकर न्याय की गुहार लगायी थी। श्वेता ने कहा था कि उनका भाई एक बहुत ही अच्छा इंसान था। उसका कोई भी गॉड फादर इस दुनिया में नहीं था। उसने अपने दम पर दुनिया में खुद की पहचान बनायी। कम समय में सुशांत बॉलीवुड की पहचान बन गये लेकिन उनकी यही कामयाबी कईयों को चुभने लगी। बहनें अपने भाई को इंसाफ दिलवाने के लिये आगे आयी हैं और उन्हें भरोसा है कि सुशांत के गुनाहगारों को सजा जरूर मिलेगी। उन्होंने लिखा है, ‘वर्षों पहले जब तुम जब आए थे तो जीवन जगमग हो उठा था। जब थे तो उजाला ही उजाला था। अब जब तुम नहीं हो तो मुझे समझ नहीं आता कि क्या करूं?’

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