रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान कहा कि सरकार मेक इन इंडिया के तहत डिफेंस सेक्टर में भी आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रही है। सरकार का जोर रक्षा उपकरणों के स्वदेशीकरण पर है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि इसके लिए सरकार ने कई कदम भी उठाए हैं। डिफेंस एक्सपोर्ट पॉलिसी तैयार की गई है। निर्यात को बढ़ावा देने के लिए एक संस्था का निर्माण किया गया है, जो इन विषयों पर विचार-विमर्श करती है। इसके साथ ही सरकार वित्तीय सहायता भी देती है।
उन्होंने बताया कि सरकार रक्षा उपकरण बनाने वाली कंपनियों को इसके लिए सुविधाएं भी दे रही है। सरकार का उद्देश्य है कि देश में रक्षा उत्पादों बढ़ाया जा सके। रक्षा मंत्री ने जानकारी दी है कि कई रक्षा उपकरणों का उत्पादन देश के अंदर ही हो रहा है। उन्होंने कहा कि सशस्त्र सेनाओं की जरूरत को पूरा करने के लिए रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता न सिर्फ सामरिक दृष्टि से बल्कि आर्थिक दृष्टि से भी जरूरी है।
देश में डिफेंस मैनुफैक्चरिंग इकोसिस्टम का बढ़ाने के साथ वैश्विक स्तर पर उन्हें प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए वर्तमान में एक्सपोर्ट कंट्रोल रेगुलेशन के तहत मित्र देशों को रक्षा प्लेटफार्मों और उपकरणों के निर्यात को बढ़ावा देने की कोशिश की जा रही है।