भारत ने अगले साल मई में आने वाले 4 राफेल लड़ाकू विमानों पर फ्रांस से METEOR MISSILES तैनात करने को कहा है। हवा से हवा में मार करने वाली ये मिसाइलें 120 से 150 किलोमीटर की दूरी तक लक्ष्य को भेद सकती हैं। इसे ‘नो स्केप’ मिसाइल भी कहा जाता है। राफेल में इसकी तैनाती से भारत अपने पडोसी देशों पाकिस्तान और चीन के मुकाबले हवाई जंग में निर्णायक बढ़त हासिल कर सकेगा।
यह मिसाइल पाकिस्तान की AIM-120C को पछाड़ देगी, जिसकी क्षमता 100 किलोमीटर दूरी तक लक्ष्य भेदने की है। पाकिस्तान ने बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद भारतीय सीमा में भेजे अपने F-16 जेट पर इसी मिसाइल का इस्तेमाल किया था।
METEOR MISSILES को BVR यानी बियॉन्ड विजुअल रेंज मिसाइल भी कहा जाता है। पहले यह 2020 के अंत तक आने वाली थीं, लेकिन भारत ने फ्रांस से इन्हें मई, 2020 में 4 राफेल जेट के साथ ही सौंपने को कहा है। यह BVR एयर-टू-एयर मिसाइलों की अगली जनरेशन के तौर पर तैयार की गई है। इसे अब तक की सबसे आधुनिक और मारक मिसाइलों में से एक माना जाता है। यह मिसाइल किसी भी मौसम में और किसी भी तरह के लक्ष्य को भेदने में सक्षम है। 190 किलोग्राम वजन और 3.7 मीटर लंबी यह मिसाइल ADVANCE RADAR SYSTEM से लैस है।