देश में कोरोना संकट के बीच एक और संकट दहलीज पर दस्तक देने को तैयार है। बता दें बंगाल की खाड़ी की तरफ से आ रहे चक्रवात अम्फान पश्चिम बंगाल और ओडिशा तट की ओर तेजी से बढ़ रहा है, और मौसम विभाग की माने तो 24 घंटे के भीतर ये चक्रवात भारत के उड़ीसा और बंगाल के तटीय इलाकों पर भारी तबाही मचा सकता है। चक्रवात तूफान अम्फान की गंभीरता को देखते हुए बीते सोमवार की शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तैयारियों का जायजा लेने के लिए एक बड़ी बैठक बुलाई। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह के साथ गृह मंत्रालय और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारी भी मौजूद रहे। साथ ही प्रधानमंत्री के मुख्य सलाहकार पीके सिन्हा, कैबिनेट सचिव राजीव गाबा मौजूद रहे। इस बैठक में देश के अलग-अलग हिस्सों में इस तूफान की वजह से होने वाले असर पर चर्चा की गई।
बैठक में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए एनडीआरएफ की तैयारियों की चर्चा के साथ साथ सभी तटीय इलाकों की स्थिती का जायजा लिया। बता दें बैठक में एनडीआरएफ के डीजी ने अम्फान को लेकर शुरू किए गए रेस्पॉन्स प्लान के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि तूफान के इलाकों में 25 एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं और 12 टीमों को रिजर्व रखा गया है। वहीं ये भी कहा कि देश के अलग-अलग हिस्सों में 24 एनडीआरएफ टीमों को स्टैंडबाई में भी रखा गया है।
मौसम विभाग के मुताबिक अभी ये चक्रवात भारतीय तटीय सीमा से करीब 1000 किमी. दूर है अनुमान है कि चक्रवाती तूफान अम्फान अगले 24 घंटे में यानी 20 मई तक ये सुपर साइक्लोन में बदल सकता है, जो कि खतरनाक साबित हो सकता है। इस वक्त हवा की रफ्तार 160 किमी. प्रति घंटा के करीब है, लेकिन इसके और भी तेज़ होने की संभावना है। इसी को देखते हुए ओडिशा में तटीय इलाकों को अलर्ट पर रखा गया है, बंगाल में भी अलर्ट जारी किया गया है।