राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को राजस्थान के सिरोही में एक कार्यक्रम में महिला सुरक्षा को लेकर राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा एक गंभीर मुद्दा है, पॉक्सो एक्ट के तहत सज़ा पाए दुष्कर्म के अपराधियों को दया याचिका का अधिकार नहीं मिलना चाहिए। राष्ट्रपति ने कहा कि इस बारे में कानून संशोधन का काम संसद को करना होगा, लेकिन सबकी सोच इसमें एक जैसी होनी चाहिए।
तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में 27 नवंबर को महिला डॉक्टर से गैंगरेप और उसे जलाकर मारने के चारों आरोपियों का पुलिस ने आज एनकाउंटर कर दिया। एनकाउंटर के बाद सभी ने एक सुर में कहा है कि महिला डॉक्टर के साथ आज इंसाफ हुआ है। एनकाउंटर के बाद अधिकतर लोग इसे बलात्कारियों को सही संदेश बता रहे हैं। हैदराबाद में हाल ये है कि एनकाउंटर के बाद लोग पुलिस को धऩ्यवाद दे रहे हैं। वही बाकी देश से भी महिलाओं के जश्न की खबरें सामने आ रही हैं।
वहीं एनकाउंटर से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। जानकारी के अनुसार पुलिस चारो आरोपियों को वारदात की जगह ले जा रही थी, जहां इन लोगों ने पुलिस का हथियार छीन कर फायरिंग की और भागने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस ने चारों आरोपियों का एनकाउंटर कर दिया।
साइबराबाद पुलिस कमिश्नर वीसी सज्जनर ने कहा कि आज तड़के सुबह 3 से सुबह 6 बजे के बीच चंदनपल्ली, शादनगर में चारो आरोपी मोहम्मद आरिफ, नवीन, शिवा और चेन्नेकशवुलु लिस मुठभेड़ में मारे गए। जल्द ही बाकी जानकारी भी दी जाएगी।
इस घटना के बाद पीड़िता के पिता और उसकी बहन मीडिया के सामने आए और कहा, ”आज हम सरकार और पुलिस के शुक्रगुजार हैं.” पीड़िता की बहन ने कहा है कि आज हमारे साथ न्याय हो गया है. आज जो हुआ है वह अपराधियों के लिए एक उदाहरण है. वहीं पिता ने कहा है कि हमें 10 दिन बाद आखिरकार न्याय मिल गया. आज हमारी बच्ची को इंसाफ मिल गया है।
हैदराबाद के बाहरी इलाके शमशाबाद में 27 नवंबर की रात को चार ट्रक ड्राइवरों और क्लीनर ने मिलकर महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप और पेट्रोल जलाकर मारने जैसे अपराध को अंजाम दिया था। इस घटना के बाद से दोषियों को जल्द से जल्द फांसी की मांग को लेकर देश भर में प्रदर्शन हो रहे थे।
पुलिस कमिश्नर वी सी सज्जनार ने साल 2008 में भी एसिड अटैक के आरोपियों का एनकाउंटर किया था और इनकी अगुवाई में हैदराबाद रेपकांड के आरोपियों को ढेक कर दिया गया। साल 2008 में एक इंजीनियरिंग छात्रा पर एसिड फेंका गया था। इस मामले को सज्जनार ने 48 घंटे में सुलझा लिया था। इस एनकाउंटर को साइबराबाद पुलिस ने अंजाम दिया। पुलिस की इस टीम की अगुवाई खुद साइबराबाद के पुलिस कमिश्नर वीसी सज्जनार कर रहे थे।