निर्भया सामूहिक दुष्कर्म मामले में बचे चारों आरोपियों को 16 दिसंबर को फांसी दी जाएगी। निर्भया के गुनाहगारों को फांसीपर चढ़ाने के लिए यूपी के मेरठ से पवन जल्लाद भेजा जाएगा। बता दें तिहाड़ जेल प्रशासन ने यूपी के डीजी जेल को पत्र लिखकर जल्लाद उपलब्ध करवाए जाने की गुजारिश की थी। इस पर जेल मुख्यालय ने मेरठ के जल्लाद को भेजने की मंजूरी दे दी है। गौरतलब है कि यूपी में लखनऊ और मेरठ में ही जल्लाद मौजूद है। मेरठ में पवन जल्लाद बतौर रिटेनर तैनात है। अब जब जेल मुख्यालय से तिहाड़ जेल प्रशासन को जवाब भेज दिया गया है तो माना जा रहा है कि पवन जल्लाद ही निर्भया के दोषियों को फांसी देगा।
तिहाड़ जेल प्रशासन की तरफ से भेजे गए पत्र में इस बात का जिक्र नहीं है कि किसे फांसी दी जानी है। लेकिन संभावना जताई जा रही है कि निर्भया के गुनाहगारों को ही सजा दी जाएगी। चर्चा है कि 16 दिसंबर को निर्भय के चारों अभियुक्तों को फांसी दी जाएगी।
16 दिसंबर 2012 की वो रात जंहा चलती बस में पांच बालिग और एक नाबालिग दरिंदे ने 23 साल की निर्भया के साथ ऐसी हैवानियत का खेल खेला था, जिसे जानने के बाद हर देशवासी का कलेजा कांप उठा था। निर्भया पैरामेडिकल की छात्रा थी। निर्भया फिल्म देखने के बाद अपने दोस्त के साथ बस में बैठकर मुनिरका से द्वारका जा रही थी। बस में उन दोनों के अलावा सिर्फ 6 लोग और थे, जिन्होंने निर्भया के साथ छेड़छाड़ शुरू कर दी थी। विरोध करने पर आरोपियों ने निर्भया के दोस्त को इतना पीटा कि वह बेहोश हो गया था। जिसके बाद उन सबने निर्भया के साथ सामूहिक बलात्कार कर निर्भया और उसके दोस्त को बस से निचे फेंक दिया था। इस घटना के बाद से पूरे देश में हड़कंप मच गया था।