विश्व स्तर पर पाकिस्तान की स्थिती किसी से छिपी नहीं है। आर्थिक रूप से कंगाल और परेशान पाकिस्तान को फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स यानी FATF ने ग्रे लिस्ट में डाल दिया है, जिससे बाहर आने के लिए पाकिस्तान हर संभव प्रयास कर रहा है। इसी कड़ी में पाकिस्तान ने अब विश्व शक्ति अमेरिका के आगे अपना रोना रोया है, और अमेरिका से ये गुहार लगाई है कि उसे ग्रे लिस्ट से बाहर कर दिया जाए। आपको बता दें FATF वैश्विक स्तर पर धनशोधन और आतंकियों के वित्तपोषण की निगरानी करता है। पाकिस्तानी अखबार में छपी एक रिपोर्ट की माने तो पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने बीते शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान को उम्मीद है कि FATF की अगले महीने बीजिंग में होने वाली बैठक में अमेरिका पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से बाहर करने की कोशिश करेगा।
किसी भी देश को ग्रे लिस्ट करने का अर्थ होता है जब किसी देश को उन देशों की सूची में डाल दिया है जो धनशोधन को खत्म करने में नाकाम रहे हों, और जहां आतंकी अभी भी अपनी गतिविधियों के लिए धन जुटा रहे हों। पाकिस्तान को उन देशों की सूची में डाल दिया है जो धनशोधन को समाप्त करने में विफल रहा है और जहां आतंकी अभी भी अपनी गतिविधियों के लिए धन जुटा रहा है।