चिराग के खिलाफ गुस्से में NDA नेता, त्‍यागी व मंगल पांडेय बरसे तो तेजस्वी ने ली चुटकी

LJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने अपने फीडबैक को आधार बनाकर जिस तरह से नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार की तीखी आलोचना शुरू की है, उसने NDA में LJP के प्रति तल्खी बढ़ा दी है। NDA के नेता खुलकर बहुत कुछ नहीं बोल रहे, पर गुस्सा झलक रहा। इस बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव व्यंग्य किया है कि जब सरकार कोई काम ही नहीं कर रही तो फिर NDA छोड़ क्यों नहीं देते?

चिराग पासवान ने शनिवार को LJP प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में यह कहा था कि अपनी बिहार फस्र्ट यात्रा के दौरान उन्हें यह फीडबैक मिला कि कई अस्पतालों में ब्लड प्रेशर मापने की मशीन तक नहीं है? डॉक्टर नहीं हैं। अधिसंख्य अस्पतालों में महिला डॉक्टर तो हैं ही नहीं। इस बारे में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि मैं किसी के वक्तव्य पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकता पर सत्य यह है कि बिहार के अस्पतालों में बीपी मशीन की क्या कहें, आधुनिक उपकरण बड़ी संख्या में उपलब्ध हैं। एक अन्य BJP नेता ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री ने तो हाल ही में विधानसभा में यह जानकारी लिखित रूप से उपलब्ध करायी है कि किस तरह से चिकित्सकों की भर्ती प्रक्रिया चल रही।

JDU के राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि वक्तव्य तथ्यों पर आधारित होने चाहिए। यह नहीं कि अपनी पहचान के लिए कुछ भी बोला जाए। यह सभी के लिए हैैं। बिहार में हेल्थ सेक्टर में कितना अधिक काम हुआ है यह सभी जानते हैैं। किस तरह 15 साल पहले इंतजाम था और आज क्या है, यह ठीक से समझने के लिए किसी भी व्यक्ति से बात कर समझा जा सकता है। कितनी संख्या में लोग इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों में आ रहे, यह सभी को पता है। हो सकता है कि कहीं कोई समस्या दिखी हो पर इसका मतलब यह नहीं कि बिहार में हेल्थ सेक्टर का मामला ही गोल है। डॉक्टरों की कमी पूरे देश की समस्या है।

NDA के एक नेता ने कहा कि बिहार में कॉमन मिनिमम प्रोग्राम की बात कर रहे चिराग आखिर केंद्र की सरकार में कॉमन मिनिमम प्रोग्राम की बात क्यों नहीं करते? वहां तो उनके पिता रामविलास पासवान सरकार में मंत्री भी हैैं।

LJP अध्यक्ष चिराग पासवान के अपनी ही सरकार पर हमले को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने उन्हें राजग छोडऩे की नसीहत दी है। तेजस्वी ने कहा कि राज्य सरकार में अगर इतनी खामियां हैं तो वह किस मजबूरी में खूंटे से बंधे हैं। साथ छोड़ क्यों नहीं देते हैं? गुड़ खाकर गुलगुले से परहेज न करें। नेता प्रतिपक्ष ने कहा है कि अच्छी बात है कि विपक्ष के मुद्दों का समर्थन कर बड़े भाई चिराग पासवान सरकार की खामियां गिना रहे हैं। चिराग पासवान पर्दे के दोनों तरफ रहना चाहते हैं। उनके दोहरे रवैये को जनता जान चुकी है।

कांग्रेस नेता और विधान पार्षद प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि चिराग का बयान आज नहीं तो कल आना ही था। उन्होंने कहा राजनीति की ऐसी परंपरा भी है कि सहयोगी दल के नेता भी अपनी खाल बचाने के लिए ऐसे बयान देते रहे हैं।

Leave a Comment

Your email address will not be published.

बिहार के इन 2 हजार लोगों का धर्म क्या है? विश्व का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड कौन सा है? दंतेवाड़ा एक बार फिर नक्सली हमले से दहल उठा SATISH KAUSHIK PASSES AWAY: हंसाते हंसाते रुला गए सतीश, हृदयगति रुकने से हुआ निधन India beat new Zealand 3-0. भारत ने किया कीवियों का सूपड़ा साफ, बने नम्बर 1