देश का नॉर्थ-इस्ट राज्य मिजोरम में देर रात भूकंप के झटके महसूस किए गए। लगातार चौथे दिन मिजोरम में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। भूकंप देर रात करीब 1 बजकर 14 मिनट पर चमफाई जिले में झटके महसूस किए गए। बता दें रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.5 मापी गई। भूकंप से किसी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है। इससे पहले बीते मंगलवार की रात को भी मिजोरम में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। मंगलवार की रात करीब 11 बजकर 3 मिनट पर भूकंप आया था। उस वक्त रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.2 थी। तो वहीं सोमवार को भी सुबह 4 बजकर 10 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। भूकंप की तीव्रता 5.3 थी। उस समय भी यहां भूकंप का केंद्र चमफाई जिले में जमीन से 20 किलोमीटर नीचे था।
इसके अलावा बुधवार की देर रात करीब 3 बजे नागालैंड में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। वोखा से उत्तर-उत्तर पश्चिम में 9 किमी की दूरी पर झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.8 मापी गई।
आपको बता दें इससे पहले 21 जून को नार्थ-ईस्ट के कई राज्यों में एक साथ भूकंप आने की खबर सामने आई थी। बीते 21 जून को असम, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.1 मापी गई थी। मिजोरम के आइजोल जिले में भूकंप का केंद्र बताया जा रहा था। गनीमत ये थी कि इस भूकंप में किसी तरह के जानमाल का नुसकान नहीं हुआ था।
देश के अलग अलग राज्यों में बीते 12 अप्रैल से लेकर 29 मई के बीच 6 बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। राजधानी दिल्ली में ही एक महीने में 4 बार भूकंप आ चुका है। बीते 12 अप्रैल को 3.5 की तीव्रता का भूकंप आया था जिसका असर दिल्ली, हरियाणा और दिल्ली से सटे नोएडा पर देखने को मिला था। वहीं 13 अप्रैल को 2.7 की तीव्रता का भूकंप दिल्ली में आया था। 10 मई को 3.10, 15 मई को 2.2, 28 मई को 2.5 और 29 मई को 4.5 की तीव्रता का भूकंप आया था। इसी के साथ गुजरात में 15 जून को भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.5 रही। भूकंप का केंद्र कच्छ से 15 किलोमीटर दूर रहा। वहीं, 14 जून को कच्छ में 5.5 तीव्रता का भूकंप आया था।