एक तरफ तो देश के सभी दिग्गज लॉकडाउन बढ़ाने के मूड मे दिख रहे हैं, बड़ी बड़ी कंपनियां वैक्सीन तैयार करने मे जुटी है, वहीँ प्रशाषन की घोर लापरवाही की तस्वीरें सामने आ रही है। तस्वीरें बहुत हैरान करने वाली हैं, वाक्या है मेरठ का। लाला लाजपत राय मेमोरियल मेडिकल कॉलेज (LLRM) मेरठ (Meerut) में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक बंदर (Monkey) लैब टेक्निशन के हाथ से कोरोना (Coronavirus) जांच का सैंपल छीनकर ले गया। सैंपल (Corona sample) लेकर पर एक पेड़ पर चढ़ गया और सैंपल चबा डाला।
हॉस्पिटल स्टाफ ने उसका वीडियो बनाया। हालांकि वीडियो बनाने वाले लैब टेक्निशन को मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने नोटिस जारी किया है। हालांकि पहले यह सैंपल कोरोना जांच के होने की बात कही जा रही थी लेकिन मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने इससे बाद में इनकार किया है।
सूत्रों की मानें तो कोविड-19 रोगियों के सैंपल लेकर जांच के लिए मेरठ के एलएलआरएम लैब में ले जाया गया था। लैब टेक्निशन के हाथ से बंदर सैंपल छीन ले गया। लैब में मौजूद मेडिकल स्टाफ बंदर के पीछे सैंपल छीनने के लिए दौड़ा तो बंदर पेड़ पर चढ़ गया।
नीचे खड़ा स्टाफ बंदर से सैंपल वापस पाने की जुगत लगाने लगा, लेकिन उसी दौरान बंदर ने दांतों से सील बंद सैंपल फाड़ना शुरू कर दिया। तत्काल वन विभाग की टीम को सूचना दी गई। अस्पताल प्रशासन के उच्चाधिकारियों को भी सूचना दी गई लेकिन बंदर सैंपल दांतों से चबाकर वहां से भाग गया।
बंदर के भागने के बाद इलाके में दहशत है। लोगों का कहना है कि कहां सैंपल से बंदर संक्रमित न हो जाए और उससे इलाके में संक्रमण न फैल जाए। वन विभाग के लिए उस बंदर को चिन्हित करना मुश्किल है।
इधर सूत्रों का कहना है कि जिस लैब टेक्निशन ने बंदर का सैंपल चबाते हुए वीडियो बनाया उसे हॉस्पिटल प्रशासन ने नोटिस दिया है। उससे स्पष्टीकरण मांगा गया है कि उसने यह बात बाहर क्यों लीक की।
इस मामले में यूपी कांग्रेस ने भी सरकार पर हमला बोला है। यूपी कांग्रेस ने ट्वीट किया, ‘मेरठ मेडिकल कॉलेज में एक बंदर कोरोना मरीजों के सैम्पल्स लेकर भाग गया। मेरठ में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ा है और लापरवाही का आलम देखिए। खैर सरकार इस पर भी नया झूठ लेकर आएगी।’
मेरठ मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल जीके गर्ग ने इस मामले में सफाई दी है कि बंदरों के एक समूह ने जो सैंपल लैब टेक्निशन के हाथ से छीना वह कोरोना की जांच के लिए नहीं था। वह सामान्य जांचों के सैंपल थे।