बसपा सुप्रीमो मायावती ने भारतीय संविधान के 70वें संविधान दिवस के अवसर पर मंगलवार को ट्वीट करके बीजेपी और कांग्रेस को सलाह दी। मायावती ने कहा कि संविधान दिवस पर संविधान शिल्पी बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर का केवल नाम जपते रहने से काम नहीं चलेगा, क्योंकि यही छल कांग्रेस भी करती रही है। बल्कि केन्द्र व राज्य सरकारों को संविधान की जनहिताय,जनकल्याण की सही मंशा के हिसाब से पूरी निष्ठा/ईमानदारी से काम करना होगा यही मेरी सलाह है।
संविधान दिवस हर साल 26 नवंबर को मनाया जाता है। जिस दिन भारत के संविधान मसौदे को अपनाया गया था। 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू होने से पहले 26 नवंबर 1949 को इसे अपनाया गया था। संविधान सभा के सदस्यों का पहला सेशन 9 दिसंबर 1947 को आयोजित हुआ। इसमें संविधान सभा के 207 सदस्य थे। संविधान की ड्रॉफ्टिंग कमेटी के अध्यक्ष डॉ बी आर अंबेडकर थे। इन्हें भारत के संविधान का निर्माता भी कहा जाता है। सरकार ने 19 नवंबर, 2015 को राजपत्र अधिसूचना की सहायता से 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में घोषित किया था। समिति के अध्यक्ष डॉ0 भीमराव अंबेडकर के जयंती वर्ष के रूप में 26 नवम्बर 2015 से संविधान दिवस मनाया गया।