मध्य प्रदेश में पैदा हुए राजनीतिक संकट के बीच जहां बीते गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने ये साफ कर दिया कि 20 मार्च यानी आज ही बहुमत परीक्षण होगा, वहीं दूसरी ओर स्पीकर ने भी सभी 16 कांग्रेसी विधायकों का इस्तीफा भी मंजूर कर लिया है। बीते गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई में जस्टिस डी वाई चंद्रचूड ने ये आदेश भी जारी किया कि जिन 16 विधायकों ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया है, उन पर विधानसभा में आने का कोई दबाव नहीं है। अगर फिर भी वो सभी 16 विधायक सदन में आने के इच्छुक हैं तो उन्हें मध्यप्रदेश और कर्नाटक पुलिस सुरक्षा मुहैया कराय।
इस बीच खबर है कि आज मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ दोपहर करीब 12 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। कयास लगाया जा रहा है कि आज होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम कमलनाथ अपने इस्तीफे का ऐलान कर सकते हैं।
हाल ही में कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ साथ उनके 22 समर्थक विधायको ने भी इस्तीफा दे दिया था, जिसमें से 6 विधायको का इस्तीफा पहले ही स्वीकार कर लिया गया था।
आपको बता दें सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ को आज शाम तक बहुमत साबित करने के लिए कहा है। इस मुद्दे पर बीते गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई में कोर्ट की ओर से एमपी विधानसभा के स्पीकर एनपी प्रजापित को ये आदेश दिया कि वो मध्य प्रदेश विधानसभा का विशेष सत्र बुलाएं, और इस विशेष सत्र में फ्लोर टेस्ट करवाएं। इतना ही नहीं फ्लोर टेस्ट की पूरी प्रक्रिया की वीडियों रिकॉर्डिंग कराने का भी आदेश जारी किया है।
मध्यप्रदेश विधानसभा के सियासी समिकरण की बात करें तो कुल संख्या 230 है, जिनमें से कांग्रेस के पास 114 विधायक हैं, वहीं बीजेपी के पास 107। इसके साथ ही बीएसपी के पास दो और सपा के पास एक विधायक हैं। 4 निर्दलीय विधायक हैं, जबकि दो विधानसभा सीटें खाली हैं। मध्यप्रदेश विधानसभा में बहुमत के आंकड़े के लिए 116 विधायकों का है। मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार को 121 विधायको का समर्थन प्राप्त है। अब कौन सा सियासी भूचाल मध्यप्रदेश की राजनीति में आने वाला ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा।