मोहनियां में सामूहिक दुष्कर्म की घटना का वीडियो वायरल होने के बाद लगातार तनाव की स्थिति बनी हुई है। नाबालिग छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म और वीडियो वायरल करने के मामले में आक्रोशित लोग गुरुवार को उपद्रव पर उतर गए। आगजनी और पत्थरबाजी के बीच कई राउंड फायरिंग हुई। इसमें 2 लोग घायल भी हो गए। पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। शहर में 144 लागू कर दी गई है।
दुष्कर्म के सभी 4 आरोपियों को जेल भेजे जाने के बाद आक्रोश के शांत हो जाने की संभावना थी, लेकिन हुआ उल्टा। गुरुवार को पूरे दिन मोहनियां का माहौल ख़राब ही रहा, जबकि एहतियातन शहर में भारी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे। सुबह में जिले के वरिष्ठ अफसरों के नेतृत्व में शहर में फ्लैग मार्च किया गया। उसमें CRPF और बिहार सैन्य पुलिस के जवान भी शामिल थे।
दिन में साढ़े दस बजे के करीब प्रदर्शनकारियों का एक दल नारेबाजी करते हुए चांदनी चौक की तरफ पहुंचा। मोहनियां के DSP रघुनाथ सिंह जी ने समझा-बुझाकर उस दल को लौटा दिया। उसके तत्काल बाद 11 बजे के करीब दूसरे दल ने आक्रोश मार्च निकाला। चांदनी चौक पर नारेबाजी के दौरान पुलिस-प्रशासन के अफसरों ने उन्हें बताया कि अदालत में आरोप पत्र समर्पित कर दिया गया है। स्पीडी ट्रायल कराई जाएगी। उसके बाद आक्रोशित युवा ज्ञापन सौंपकर निकल गए। उसी दौरान पुराना अनुमंडल कार्यालय के गेट के समीप कुछ शरारती तत्वों द्वारा पथराव व गोलीबारी शुरू कर दी।